गढ़वा : रमकंडा में अज्ञात कीड़े के काटने से बीएसएफ के 60 जवान घायल, एक गंभीर
प्रतिनिधि, रमकंडा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रमकंडा थाना क्षेत्र में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था को लेकर दो दिन पहले रमकंडा प्रखंड के दो जगहों पर पहुंचे बीएसएफ के करीब 60 जवानों को बीती रात अज्ञात कीड़े ने काट लिया. जिससे हरहे पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय कसमार में पहुंची बीएसएफ की एक कंपनी के […]
प्रतिनिधि, रमकंडा
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रमकंडा थाना क्षेत्र में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था को लेकर दो दिन पहले रमकंडा प्रखंड के दो जगहों पर पहुंचे बीएसएफ के करीब 60 जवानों को बीती रात अज्ञात कीड़े ने काट लिया. जिससे हरहे पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय कसमार में पहुंची बीएसएफ की एक कंपनी के जवान समशुल हक गंभीर रूप से घायल हो गये. गंभीर रूप से घायल जवान को गुरुवार की सुबह प्रखंड मुख्यालय के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज किया जा रहा है. इलाज के बाद स्थिति में सुधार है.
समाचार लिखे जाने तक जवान को अस्पताल से छुट्टी नहीं दी गयी थी. घटना की जानकारी देते हुए अस्पताल में इलाजरत जवान समसुल हक ने बताया कि बुधवार की रात्रि भोजन के बाद करीब 10 बजे जवान कमरे में सोये थे. जिसके बाद अज्ञात कीड़े ने करीब 15 जवानों को काट लिया. जब जवानों ने इसकी शिकायत की तो तत्काल कैम्प में ही प्राथमिक इलाज किया गया.
जिसके बाद रात में कोई ज्यादा परेशानी नहीं हुई. लेकिन सुबह होते ही जवानों को घबराहट जैसा महसूस होने की स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया कि इलाज के बाद फिलहाल ठीक लग रहा है. इसी तरह प्रखंड मुख्यालय के स्तरोन्नत उच्च विद्यालय के बीएसएफ कैम्प में भी बीती रात करीब 45 जवान इस कीड़े के शिकार हो गये. जिसके बाद कैम्प में ही जवानों का प्राथमिक इलाज किया गया.
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही बेहतर इलाज के लिए चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गौतम यादव ने दोनों कैम्पों में तत्काल स्वास्थ्य शिविर लगाकर घायल जवानों का इलाज किया. इस दौरान जवानों को दवा उपलब्ध करायी गयी. इसके साथ ही उन्होंने जवानों को चिकित्सीय सलाह दी. जिसके बाद सभी जवान स्वस्थ हैं.
त्वचा का संक्रमण होने की संभावना : डॉ गौतम
इस संबंध में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गौतम यादव ने बताया कि कीड़े के काटने से करीब 60 जवानों को त्वचा का संक्रमण हो गया था. इलाज के बाद उन्हें दवा उपलब्ध करा दिया गया है. जिसके बाद स्थिति में सुधार है. बताया कि दोनों जगहों पर कैम्प वाले इलाके में डीडीटी के छिड़काव का निर्देश दिया गया है. ताकि क्षेत्र में मलेरिया की भी संभावना न रहे.