जिले की प्रथम महिला बूथ एजेंट बनी अनुराधा
गढ़वा : लंबे समय से चल रहे पुरुष वर्चस्व वाले क्षेत्रों में भी अब महिलाएं प्रवेश कर अपना लोहा मनवा रही है़ इसका एक उदाहरण सोमवार को संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में देखने को मिला. सोमवार को गोविंद उवि के बूथ संख्या 129 को महिला मतदान केंद्र बनाया गया था़ यहां चुनाव कराने का दायित्व […]
गढ़वा : लंबे समय से चल रहे पुरुष वर्चस्व वाले क्षेत्रों में भी अब महिलाएं प्रवेश कर अपना लोहा मनवा रही है़ इसका एक उदाहरण सोमवार को संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में देखने को मिला.
सोमवार को गोविंद उवि के बूथ संख्या 129 को महिला मतदान केंद्र बनाया गया था़ यहां चुनाव कराने का दायित्व जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से चार महिला मतदानकर्मियों को दिया गया था़ इसी में एक कड़ी जोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी ने भी बीएड की छात्रा अनुराधा कश्यप को अपना बूथ एजेंट बना दिया.
अनुराधा कश्यप ने दिनभर बूथ संख्या 129 में बैठकर मतदाताओं द्वारा डाले गये वोटों की गिनती व मिलान किया़ अनुराधा को गढ़वा जिले की प्रथम बूथ एजेंट बनने का गौरव प्राप्त हुआ है़ गढ़वा जिले के 1170 में से अन्य किसी भी बूथ में एक युवती को बूथ एजेंट बनाने की सूचना नहीं है़ अनुराधा कश्यप रांकी मुहल्ला निवासी संजय कश्यप की पुत्री है़.
उन्होंने बताया कि वह बीएड प्रथम वर्ष की छात्रा है़ उन्होंने बताया कि उनके पिता भाजपा से जुड़े हुए है़ं उसने अपने घरवालों की सहमति से बूथ एजेंट बनना स्वीकार किया है़ वह पैसों के लिए यह काम नहीं कर रही है, बल्कि वह बूथ के अंदर के मतदान प्रक्रिया को बारीकी से जानना चाहती थी़ इसलिए वह बूथ एजेंट बनने के लिए उत्सुक थी़ अनुराधा ने बताया कि उसने इसी चुनाव में पहली बार भी मतदान किया.
उसने बताया कि उसका आगे चलकर भाजपा का नेता बनने की इच्छा नहीं है. वह बीएड कर रही है और शिक्षिका बनकर समाज को शिक्षित करना चाहती है़ उसने बताया कि यदि वह सरकारी शिक्षिका बनने में कामयाब हो गयी, तो भी उसे चुनावी ड्यूटी करनी पड़ेगी और फिर से मतदान कराने का अवसर प्राप्त हो जायेगा.
उल्लेखनीय है कि अनुराधा को छोड़कर इस बूथ पर दूसरे दलों ने पुरुषों को अपना बूथ एजेंट बनाया था़ इस बूथ पर सरकारी महिला मतदानकर्मियों में पीठासीन पदाधिकारी के रूप में नीलम कुमारी के साथ सिद्दिकी खातून, चंचला पांडेय व सरस्वती कुंवर ने दायित्वों का निर्वाहन किया.