गोविंद प्लस टू उवि खेल के मैदान में लगता है निजी वाहनों का जमावड़ा

आये दिन छोटे वाहनों के लगाये जाने से बच्चों को होती है परेशानी गढ़वा : शहर के चिनिया मोड़ के समीप गोविंद प्लस टू उच्च विद्यालय के मैदान पूरा चुनाव नेताओं के लिए बुक रहा. अब लग्न प्रारंभ होते ही निजी वाहन चालकों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है़ चुनाव के पूर्व अधिकतर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2019 1:53 AM

आये दिन छोटे वाहनों के लगाये जाने से बच्चों को होती है परेशानी

गढ़वा : शहर के चिनिया मोड़ के समीप गोविंद प्लस टू उच्च विद्यालय के मैदान पूरा चुनाव नेताओं के लिए बुक रहा. अब लग्न प्रारंभ होते ही निजी वाहन चालकों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है़ चुनाव के पूर्व अधिकतर चुनावी सभा एवं अन्य कार्यक्रम उक्त मैदान में हुए. चुनाव खत्म होते ही निजी वाहन चालक वहां अपना वाहन लगाते हैं.
वाहनों के लगाने व आवाजाही के कारण मैदान पर बच्चों को खेलने कूदने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है़ उल्लेखनीय है कि इस मामले में कई बार शिकायत की गयी, लेकिन शिकायत के बाद नगर परिषद द्वारा संज्ञान लेकर वाहनों को हटाया गया. मगर कुछ दिन बाद स्थिति वही हो गयी.
निजी वाहन संचालक सुबह होते ही वहां अपने वाहन के साथ पहुंच जाते हैं और दिन भर वहां अपना डेरा डाले रहते हैं और वहीं से वे अपने वाहनों को को बुक करते हैं. उल्लेखनीय है कि उक्त मैदान गोविंद उच्च विद्यालय का है, जिसके एक छोर पर नगर भवन बनाया गया था,लेकिन उसके जीर्णोद्धार के लिए पांच वर्ष पूर्व काम शुरू कराया गया था. वह अब तक अधर में लटका हुआ है.
11 वर्ष बाद भी व्यवस्थित नहीं हुआ शहर : गढ़वा नगर परिषद के गठन हुए लगभग 11 वर्ष हो चुके हैं. लेकिन अब तक शहर को व्यवस्थित नहीं किया जा सका है. इससे आये दिन शहर में विभिन्न समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है़ नगर परिषद के लापरवाही का ही नतीजा है कि खेल के मैदान में पिछले कई वर्षों से निजी वाहनों का ठहराव किया जा रहा है,लेकिन नगर परिषद मूकदर्शक बनी हुई है.
प्रत्येक वर्ष टैक्सी स्टैंड के लिए होता है डाक : शहरी क्षेत्र में छोटे वाहनों के ठहराव एवं संचालन के लिए प्रति वर्ष लाखों रुपये का डाक होता है़ टैक्सी स्टैंड के डाक व स्थल निर्धारण के बाद भी वाहन चालक मनमानी करते हैं. जिससे ट्रैफिक के अलावा लोगों को कई तरह की परेशानी होती है़ दानरो नदी के तट पर टैक्सी स्टैंड आवंटित है, लेकिन वहां बाइपास रोड में ज्ञान निकेतन स्कूल तक वाहनों का ठहराव किया जाता है.

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