गढ़वा : गढ़वा जिले के चिनियां थाना क्षेत्र के डोल गांव में दो पक्षों में विवाद के बाद पिता मनोज साव व उनके पुत्र पंकज साव को गोली मार दी गयी.घटना सोमवार रात की है. गंभीर रूप से घायल पंकज साव को रांची (रिम्स) रेफर किया गया है. उसके पेट में गोली लगी है. वहीं, पिता मनोज साव की बांह को छूती हुई गोली निकल गयी. इस मामले में डोल गांव के ही भगवान यादव, बीतन यादव सहित कुल सात लोगों को आरोपी बनाया गया है. पुलिस इसे आपसी रंजिश का मामला बता रही है.
तीर-धनुष छाप पर वोट देने का बना रहे थे दबाव : घायल मनोज साव ने बताया कि सोमवार रात करीब आठ बजे भगवान यादव व पांच-सात अन्य लोग उनके घर पहुंचे. उन्होंने परिवार के लोगों पर तीर-धनुष छाप पर वोट देने का दबाव बनाया. जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो बीतन यादव ने उन पर गोली चला दी. एक गोली उनकी बांह में लगी, जबकि एक गोली उनके पुत्र पंकज कुमार के पेट में लग गयी.
इसके बाद आरोपी हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले. ग्रामीणों ने पिता-पुत्र को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया. पंकज की स्थिति गंभीर देख रांची रिम्स रेफर कर दिया गया. चिकित्सकों के अनुसार गोली उसके कमर के हिस्से में फंसी हुई है.
प्राथमिकी दर्ज : मुख्यालय डीएसपी दिलीप खलको, एसडीपीओ बरहमन टूटी, थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. इस मामले में मनोज साव की पत्नी सीता साव के आवेदन के आधार पर चिनियां थाना में हत्या का प्रयास व आर्म्स एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कोट
बीतन यादव और भगवान यादव ने पुरानी रंजिश को लेकर मनोज साव व उनके पुत्र पंकज साव पर गोली चलायी है. घटना के बाद दोनों आरोपी फरार हैं. मनोज साव के भाई आदित्य साहू के तेल मिल में काम करनेवाली कोरबा जाति की एक महिला को हटाने के लिए कहा था. इसी मामले को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी. बीच-बचाव में आदित्य साहू के साथ उक्त महिला भी जख्मी हुई थी. उस घटना को लेकर भी बीतन यादव और बबन यादव के खिलाफ चिनियां थाना में मामला दर्ज है.
दिलीप खलखो, एसडीपीओ, मुख्यालय
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झामुमो के गुंडों ने भाजपा समर्थक पिता-पुत्र को गोली मार कर घायल कर दिया. इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा. बंदूक का भय दिखा कर झामुमो प्रत्याशी विधायक बनने का सपना देख रहे हैं. उन्हें उठाकर बंगाल की खाड़ी में फेंक दिया जायेगा. यह 21वीं सदी है. अब कोई भी बंदूक के बल पर वोट नहीं ले सकता है. मेरे 10 साल के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि यही है कि शहर से अपराधी तथा गांव से नक्सली समाप्त हो गये हैं.
सत्येंद्रनाथ तिवारी, गढ़वा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी
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चिनियां में बीती रात हुई गोलीबारी को पुलिस ने आपसी रंजिश का परिणाम बताया है, लेकिन स्थानीय विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी इस घटना में झामुमो का नाम घसीट रहे हैं. यह ओछी राजनीति है. बालू माफिया और अपराधियों को संरक्षण देनेवाले स्थानीय विधायक ने चुनाव में अपनी पराजय का अंदेशा होते ही कुचक्र रचना शुरू कर दिया है. हम घायल किशोर का रांची में इलाज करा रहे हैं. झामुमो पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है.
मिथिलेश ठाकुर, गढ़वा विधानसभा सीट से झामुमो प्रत्याशी