कांग्रेस समर्थकों का फूटा आक्रोश, बोले : बिश्रामपुर में वोटर को धमका रहे मंत्री, लोकतंत्र की हो रही हत्या
गढ़वा से लौटकर मिथिलेश झा/अमलेश नंदन सिन्हा ‘झारखंड में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. बिश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र में राज्य के मंत्री वोटर को धमका रहे हैं. चुनाव के बाद देख लेने की धमकी दे रहे हैं. लगातार 10 साल से विधायक हैं. कोई काम नहीं किया. सड़कों की स्थिति जर्जर है. विधायक जातिवाद करते […]
गढ़वा से लौटकर मिथिलेश झा/अमलेश नंदन सिन्हा
‘झारखंड में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. बिश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र में राज्य के मंत्री वोटर को धमका रहे हैं. चुनाव के बाद देख लेने की धमकी दे रहे हैं. लगातार 10 साल से विधायक हैं. कोई काम नहीं किया. सड़कों की स्थिति जर्जर है. विधायक जातिवाद करते हैं. सवर्णों के गांवों में बिजली नहीं पहुंचने दे रहे. इस बार वोटर जागरूक हो गये हैं. कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. हमें केंद्र की सरकार से कोई शिकायत नहीं. लोकसभा चुनाव में हमने विष्णु दयाल राम को वोट दिया. 2014 के विधानसभा चुनाव में मोदी का चेहरा देखकर भाजपा को वोट किया. अब हम खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. इस बार भाजपा को नहीं जीतने देंगे.’
पलामू और गढ़वा जिले में फैले बिश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह आक्रोश व्यक्त किया. पलामू जिला के पड़वा मोड़ पर स्थित कांग्रेस कार्यालय में विनय पांडेय, सतीश पांडेय, सरयू पांडेयमुन्ना पांडेय और दिलीप पांडेय हमें मिले. इन्होंने कहा कि ये लोग किसी पार्टी के लिए काम नहीं करते. वर्ष 2014 में मोदी लहर में भाजपा को वोट किया था. मोदी की सरकार से उन्हें कोई शिकायत नहीं है. इसलिए 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के पक्ष में मतदान किया. लेकिन, इस बार ऐसा नहीं होगा.
झारखंड की भाजपा सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए विनय पांडेय ने कहा, ‘सुनते थे कि लालू के राज में वोटर के मतदान केंद्र पहुंचने से पहले ही बैलट पर ठप्पा लग जाता था. इस बार भाजपा की नहीं चलेगी. जब हमने पूछा कि लालू यादव तो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं. उनके राज में वोट छापा जाता था, तो फिर उनके साथ गठबंधन करने वाली कांग्रेस के लिए कैसे काम कर रहे हैं? इस पर एक कार्यकर्ता ने कहा कि परिस्थिति के अनुसार स्थितियां बदलती हैं. मानसिकता भी बदलती है. जब हम नदी में डूब रहे होते हैं, तो किसी का भी सहारा लेकर पार हो जाना चाहते हैं. इस वक्त कांग्रेस की स्थिति ऐसी ही है. वह मंझधार में डूब रही है, इसलिए लालू के समर्थन से बेड़ा पार कर रहे हैं. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. इसी कार्यालय में मौजूद कुछ लोगों ने हमें यह भी बताया कि वे केंद्र या राज्य सरकार के काम से संतुष्ट हैं, लेकिन वर्तमान विधायक से उन्हें शिकायत है. उन्होंने लोकतंत्र की हत्या की है.
सतीश पांडेय ने कहा कि वर्तमान विधायक के पास कोई मुद्दा नहीं है. झारखंड विधानसभा के चुनाव भी राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़े जा रहे हैं. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री को झारखंड में आकर प्रचार करना पड़ रहा है. यदि विधायक ने क्षेत्र में विकास किया होता, तो इतने बड़े नेताओं को झारखंड में अपना समय क्यों खर्च करना पड़ रहा है. यह दिखाता है कि विधायक ने कोई काम नहीं किया है. इन्होंने लोगों को सिर्फ कोरे आश्वासनों से ठगा है. इन्होंने सिर्फ अपना विकास किया. डिग्री कॉलेज, इंटर कॉलेज, आइटीआइ, नर्सिंग कॉलेज और यहां तक कि यूनिवर्सिटी भी खोल ली.