अभिभावकों की भूमिका स्कूल से बड़ी होती है

गढ़वा : स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में सोमवार को अभिभावक शिक्षक बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता विद्यालय के निदेशक मदन प्रसाद केशरी ने की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अभिभावक संस्कार और मूल्यों की बात अपने बच्चों में स्वयं से भरें. इसमें अभिभावक की भूमिका स्कूल से कहीं अधिक है और बच्चों के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2019 1:08 AM

गढ़वा : स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में सोमवार को अभिभावक शिक्षक बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता विद्यालय के निदेशक मदन प्रसाद केशरी ने की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अभिभावक संस्कार और मूल्यों की बात अपने बच्चों में स्वयं से भरें. इसमें अभिभावक की भूमिका स्कूल से कहीं अधिक है और बच्चों के बीच सांस्कारिक बात करें. हमेशा फटकार और दबाव भी बच्चों के मानसिक विकास में बाधक है. उन्होंने कहा कि घर में बच्चे नियमित पढ़ाई करें और पढ़ाई ही सफलता का राज है.

सभी विषयों पर एक समान रूप से अध्ययन करने की जरूरत है. खेलने के लिए बच्चों को समय दें, गलतियों पर टोके और अच्छे कार्य के लिए उन्हें सराहें. साथ ही घर के कार्य के प्रति जवाबदेह बनायें. निदेशक ने कहा कि मोबाइल, टीवी तथा मोटरसाइकिल से दूर रखें. उन्हें प्रेरित करें कि अभी आपका समय नहीं आया है.

स्कूली शिक्षा में पहले से अब ज्यादा बदलाव हो चुका है. अभिभावक अपने बच्चों को नामांकन कराने के बाद स्कूल के भरोसे ही छोड़ देते थे. बच्चे अच्छा करते थे, लेकिन वर्तमान परिवेश में स्थिति परिस्थिति दोनों ही बदल चुका है. बच्चों के सर्वांगीण विकास में जितनी भूमिका स्कूल की है, उतनी ही अभिभावकों की भी है.

मौके पर अभिभावकों में निरुपमा पांडेय, सुमेर कुमार, मानिकचंद, कन्हैया प्रसाद गुप्ता आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम में शिक्षक विनय दुबे, नियामत अली, रिजवाना शाहीन, अनूपा तिर्की, खुर्शीद आलम, राजीव विश्वास, उदय सोनी, सरिता दुबे, नीलम केशरी, उदय सोनी तथा संतोष प्रसाद उपस्थित थे.

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