गढ़वा : पांच साल की बच्ची को पिता ने 50 हजार में बेचा

पीयूष तिवारी गढ़वा : गढ़वा थाना क्षेत्र के मसूरिया गांव में पांच साल की एक बच्ची को 50 हजार रुपये में बेचने का मामला सामने आया है. बच्ची की मां ललिता देवी ने इस मामले में अपने पति अनिल राम, सास सावित्री देवी और ससुर सुरेश राम को आरोपी बनाया है. साथ ही इनके खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2020 8:05 AM
पीयूष तिवारी
गढ़वा : गढ़वा थाना क्षेत्र के मसूरिया गांव में पांच साल की एक बच्ची को 50 हजार रुपये में बेचने का मामला सामने आया है. बच्ची की मां ललिता देवी ने इस मामले में अपने पति अनिल राम, सास सावित्री देवी और ससुर सुरेश राम को आरोपी बनाया है. साथ ही इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एसपी गढ़वा, एसपी पलामू, एसडीपीओ, सीडब्ल्यूसी आदि को आवेदन दिया है. साथ ही अपनी पुत्री को वापस दिलाने की गुहार लगायी है.
शिकायत के आधार पर सीडब्ल्यूसी ने बच्ची को बरामद कर लिया है. फिलहाल उसे पलामू जिला दिव्यांग आवासीय विद्यालय में रखा गया है. शिकायत पत्र में बच्ची की मां ललिता देवी ने कहा है कि उसे चार बेटियां हैं. फिलहाल, वह पलामू जिले के रेहला थाना क्षेत्र में बरवाडीह गांव स्थित अपने मायके में रहती है. महिला का आरोप है कि उसका पति अनिल राम हमेशा उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करता था अब उसने किसी दूसरी महिला के साथ शादी कर ली है.
कुछ दिनों पहले उसके पति ने उसकी पांच साल की बेटी को 50 हजार रुपये में सतबरवा के रेवा धावाडीह गांव निवासी निसंतान दंपती गंगोत्री देवी व कंगालू राम को बेच दिया था. महिला के आवेदन के आधार पर कार्रवाई करते हुए सीडब्ल्यूसी ने लेस्लीगंज पुलिस की मदद से बच्ची को रेस्क्यू कर लिया है. सीडब्ल्यूसी ने अगले आदेश तक के लिए बच्ची को जिला दिव्यांग आवासीय विद्यालय में रखवा दिया है.
मां ने प्रशासन से लगायी गुहार, पिता फरार
बच्ची की मां ने अपने ससुरालवालों को बनाया आरोपी, कहा : पति ने कर ली है दूसरी शादी
एसपी गढ़वा, एसपी पलामू, एसडीपीओ और सीडब्ल्यूसी से बच्ची को लौटाने की मांग की
सीडब्लयूसी के निर्देश पर पुलिस ने बच्ची बरामद की, दिव्यांग आवासीय विद्यालय में रखा
सभी पहलुओं पर नजर
हमने महिला के आरोपों को गंभीरता से लिया है. सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है. दूसरे पक्ष का कहना है कि पति-पत्नी ने स्वेच्छा से लड़की दी है. इस संबंध में महिला के पति का पक्ष अब तक नहीं मिल पाया है, क्योंकि वह अब तक फरार है.
-उपेंद्रनाथ दुबे, चेयरमैन, सीडब्ल्यूसी

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