रामकथा सत्ता त्याग की कथा है : रूपा पांडेय

रमकंडा : रमकंडा प्रखंड मुख्यालय स्थित बिचला टोला में आयोजित श्रीशतचंडी महायज्ञ सह मां भगवती की प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन रामकथा शुरू हो गया है. रामकथा में कथावाचक सुश्री रुपा पांडेय ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास के रामचरित मानस में रामकथा सत्ता त्याग की कथा है. जबकि भगवान कृष्ण की कथा सत्ता के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2020 12:16 AM

रमकंडा : रमकंडा प्रखंड मुख्यालय स्थित बिचला टोला में आयोजित श्रीशतचंडी महायज्ञ सह मां भगवती की प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन रामकथा शुरू हो गया है. रामकथा में कथावाचक सुश्री रुपा पांडेय ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास के रामचरित मानस में रामकथा सत्ता त्याग की कथा है. जबकि भगवान कृष्ण की कथा सत्ता के लिए संघर्ष की कथा है. सुश्री पांडेय ने प्रवचन के दौरान शिव विवाह कथा पर भी विशेष रूप से प्रकाश डाला.

इस दौरान यज्ञाचार्य रामाकांत पाठक ने रामकथा पर के कहा कि सुखी जीवन के लिए आज मानव जीवन में भक्ति के होना जरूरी है. इस अवसर पर योगेश्वराचारीजी ने कहा कि आज आमलोग पैसा देकर पाप कर्मों को ले रहे हैं. लेकिन मुफ्त में कोई भी पुण्य लेना नहीं चाह रहा है. इस दौरान कथावाचक सुरेश शास्त्री ने भी रामकथा पर प्रकाश डाला.

इसके पूर्व यज्ञ समिति के लोगों ने महायज्ञ में पहुंचे आचार्य को फूल माला से स्वागत किया. इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष श्रवण प्रसाद कमलापुरी, पुरुषोत्तम प्रसाद, प्रकाश गुप्ता, केदार साव, कामेश्वर साव, विजय बैठा, गोवर्द्धन बैठा, मुनीब प्रसाद सहित कई लोग उपस्थित थे.

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