गढ़वा सरकारी आवासीय विद्यालय का मामला: छात्रा का कराया गया गर्भपात

गढ़वा : जिले के कांडी स्थित सरकारी आवासीय विद्यालय की नौवीं की छात्रा का गर्भपात कराने का मामला सामने आया है. मामले की जांच के लिए उपायुक्त के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गयी है टीम ने सोमवार की शाम विद्यालय जाकर मामले की जानकारी ली जानकारी के अनुसार, 18 जनवरी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2020 6:24 AM
गढ़वा : जिले के कांडी स्थित सरकारी आवासीय विद्यालय की नौवीं की छात्रा का गर्भपात कराने का मामला सामने आया है. मामले की जांच के लिए उपायुक्त के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गयी है
टीम ने सोमवार की शाम विद्यालय जाकर मामले की जानकारी ली जानकारी के अनुसार, 18 जनवरी को शिक्षकों को छात्रा का शरीर देखकर आशंका हुई, तो अभिभावकों को इसकी जानकारी दी गयी. इस संबंध में पत्र लिखकर विभाग के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया़
सूचना मिलने के बाद अभिभावक विद्यालय पहुंचे और छात्रा को अपने साथ ले जाकर गर्भपात कराया. सूत्रों का कहना है कि छात्रा के गर्भपात के लिए जिला मुख्यालय के नर्सिंग होम से अभिभावकों ने संपर्क किया था मामला उजागर होने के कारण कोई गर्भपात करने को तैयार नहीं हुआ. इसके बाद अभिभावकों ने केतार स्थित निजी चिकित्सक से गर्भपात कराया.
बताया जाता है कि छात्रा करीब छह माह की गर्भवती थी टीम यह भी जांच कर रही है कि छात्रा स्कूल में रहने के दौरान गर्भवती हुई या अवकाश के दौरान घर जाने पर. इस मामले में बालिका एवं उसके अभिभावकों से जानकारी लेने की कोशिश की गयी, तो उनका मोबाइल नंबर स्वीच ऑफ था. बीइइओ जब पूछताछ के लिए छात्रा के घर गये तो वह नहीं मिली. उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व भी इसी जिले के दूसरे सरकारी आवासीय विद्यालय की एक छात्रा के मां बनने का मामला सामने आया था़ इस मामले में पांच लोगों को नामजद किया गया है और तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है़
बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी : डीसी
उपायुक्त हर्ष मंगला ने बताया कि बीइइओ को स्कूल का निरीक्षण एवं संबंधित छात्रा व अभिभावक से पूछताछ करने का निर्देश दिया गया है उनके द्वारा मौखिक रूप से प्राथमिक स्थिति की जानकारी दे दी गयी है
अभिभावक का फोन नंबर भी सीडब्ल्यूसी को उपलब्ध कराने का निर्देश समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया है़, ताकि छात्रा या अभिभावक का बयान दर्ज कराया जा सके़ उन्होंने कहा कि बीइइओ ने अभिभावकों से छात्रा की मेडिकल जांच करवाने का भी आग्रह किया है. उपायुक्त ने बताया कि बालिका या अभिभावक के बयान पर दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.

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