बंद हो गयी तुलसीदामर खदान

भवनाथपुर (गढ़वा) : सेल आरएमडी के भवनाथपुर खदान समूह की तुलसीदामर डोलोमाइट खदान को बंद कर दिया गया है. झारखंड सरकार ने खदान बंद करने से संबंधित आदेश जारी कर दिया है.इसकी पुष्टि करते हुए जिला खनन पदाधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि रांची में इस संबंध में हुई बैठक के बाद खदान को बंद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2014 5:10 AM
भवनाथपुर (गढ़वा) : सेल आरएमडी के भवनाथपुर खदान समूह की तुलसीदामर डोलोमाइट खदान को बंद कर दिया गया है. झारखंड सरकार ने खदान बंद करने से संबंधित आदेश जारी कर दिया है.इसकी पुष्टि करते हुए जिला खनन पदाधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि रांची में इस संबंध में हुई बैठक के बाद खदान को बंद करने से संबंधित चिट्ठी उन्हें आज दी गयी है.
बुधवार से खदान पूरी तरह से बंद कर दिया जायेगा. विदित हो कि तुलसीदामर डोलोमाइट खदान पर पिछले चार दिनों से संकट का बादल छाया हुआ था. झारखंड सरकार ने खदान बंद करने का आदेश पारित कर इस धुंध को साफ कर दिया है. विदित हो कि वर्तमान समय में तुलसीदार खदान से प्रति माह पांच से सात रेक डोलोमाइट का उत्खनन व ढुलाई हो रही थी.
इस खदान को बंद होने से बोकारो स्टील प्लांट सहित दुर्गापुर एवं राउरकेला स्टील प्लांट पर भी असर पड़ सकता है.
चूना पत्थर खदान भी हो चुकी है बंद : सेल आरएमडी के भवनाथपुर खदान समूह द्वारा संचालित घाघरा चूना पत्थर खदान को 23 अप्रैल्2ा 2013 से ही बंद कर दिया गया है. इस खदान को बंद होने के बाद तुलसीदामर डोलोमाइट खदान ही यहां के मजदूरों एवं व्यवसायियों के लिए सहारा था. अब डोलोमाइट खदान भी बंद हो जाने से भवनाथपुर पूरी तरह से उजड़ने की कगार पर पहुंच गया है.
बेकार हुए 2000 मजदूर : तुलसीदामर डोलोमाइट खदान बंद होने से उस पर आश्रित दो हजार मजदूर बेकार हो गये हैं. इसमें 230 टोकनधारी तथा 1770 नन टोकनधारी मजदूर काम करते थे. इस प्रकार मजदूरों पर आश्रित परिवारों को मिलाया जाय, तो करीब 10 हजार लोगों के समक्ष भारी संकट उत्पन्न हो गया है. साथ ही इस खदान पर परोक्ष रूप से आश्रित व्यवसायी भी प्रभावित हो जायेंगे.

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