एक दर्जन शिक्षकों का वेतन रुका
गढ़वा : एडीपीओ अंबुज्या पांडेय एवं जिला साधनसेवी रवींद्र चौबे द्वारा भवनाथपुर एवं केतार प्रखंड के कई विद्यालयों का आज निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में कई खामियों को पाने के बाद लगभग एक दर्जन शिक्षकों के वेतन व मानदेय निकासी पर रोक लगा दी गयी. जबकि कुछ अन्य शिक्षकों से सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा गया. इस […]
गढ़वा : एडीपीओ अंबुज्या पांडेय एवं जिला साधनसेवी रवींद्र चौबे द्वारा भवनाथपुर एवं केतार प्रखंड के कई विद्यालयों का आज निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में कई खामियों को पाने के बाद लगभग एक दर्जन शिक्षकों के वेतन व मानदेय निकासी पर रोक लगा दी गयी. जबकि कुछ अन्य शिक्षकों से सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा गया.
इस संबंध में एडीपीओ ने बताया कि भवनाथपुर के एनपीएस मुसहर टोला में बच्चों को दिये गये पोशाक का बिल विपत्र बिना वैट के था. साथ ही एमडीएम एवं अनुदान राशि के खर्च का कोई ब्योरा संधारित नहीं था. इसी तरह मध्य विद्यालय बेलाबार में बिना एसएमसी की बैठक के ही पोशाक क्रय किये गये हैं. यहां पोशाक का गुणवत्ता भी ठीक नहीं है.
सभी बच्चों को पोशाक नहीं मिला है. मध्य विद्यालय चेचरिया में इन सब कमियों के अलावा शिक्षा से संबंधित लगाये जानेवाले पोस्टर विद्यालय में ही पड़े थे. मध्य विद्यालय पाचाडुमर में प्रधानाध्यापक सरिता पाठक उपस्थिति बनाकर चली गयी थी और बच्चे भी समय से पहले चले गये थे.
मध्य विद्यालय केतार में सभी शिक्षक तो थे, लेकिन बच्चों को समय से पहले ही छुट्टी दे दी गयी थी. इन अनिमितताओं के आरोप में सरिता पाठक, वृंदा सिंह, राजेश्वर ठाकुर, सुधा कुमारी, घनश्याम कुमार, संतोष कुमार, मनोरंजन कुमार, राजीव रंजन प्रसाद, प्रेम कुमार गुप्ता, सुषमा कुमारी, सुनील कुमार, नजमुद्दीन अंसारी के नाम शामिल हैं.