ओके…बेटी के पेट का दर्द दूर नहीं हुआ, तो पिता ने मोबाइल पर ओझा से संपर्क किया
सदर अस्पताल में भरती बच्ची का शव ओझा ने मोबाइल से उपचार कियाहाल गढ़वा सदर अस्पताल का10जीडब्ल्यूपीएच8- सदर अस्पताल में मोबाइल के माध्यम से हो रहा है झाड़फंूक हेडलाइन…अस्पताल में मरीज, मोबाइल पर ओझागीरी प्रतिनिधि, गढ़वा. गढ़वा सदर अस्पताल में बुधवार को अजीब सा नजारा दिखा. चिकि त्सकों के इलाज से ठीक नहीं होने पर […]
सदर अस्पताल में भरती बच्ची का शव ओझा ने मोबाइल से उपचार कियाहाल गढ़वा सदर अस्पताल का10जीडब्ल्यूपीएच8- सदर अस्पताल में मोबाइल के माध्यम से हो रहा है झाड़फंूक हेडलाइन…अस्पताल में मरीज, मोबाइल पर ओझागीरी प्रतिनिधि, गढ़वा. गढ़वा सदर अस्पताल में बुधवार को अजीब सा नजारा दिखा. चिकि त्सकों के इलाज से ठीक नहीं होने पर बालिका उच्च विद्यालय गढ़वा की छात्रा कविता कुमारी का ओझाई से इलाज किया जाने लगा. कविता कुमारी पेट दर्द से बेचैन थी. विद्यालय के प्रधानाध्यापक हरिनाथ सिंह ने उसे अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया था. खबर सुन कर कविता के पिता नेनुआ गांव निवासी सूरज चंद्रवंशी सहित अन्य परिजन भी पहुंच गये थे. भरती करने के बाद चिकित्सक उसे औपचारिक रूप से देख कर एवं दवा लिख कर चले गये. दर्द ठीक नहीं होने पर मोबाइल से कविता के पिता सूरज ने लोटो के एक ओझा को संपर्क किया गया. ओझा ने मोबाइल पर ही मंत्र पढ़ना शुरू किया और मोबाइल कविता के कान में लगा दिया गया. इस अजीबोगरीब चिकित्सा पद्धति को देखने के लिए काफी लोग जमा हो गये थे. इस संबंध में कविता के पिता ने बताया कि उसे 20 दिन से अचानक पेट में दर्द हो रहा है. ठीक नहीं होने पर उन्होंने एक ओझा से संपर्क किया था. उन्होंने दावा कि या कि ओझा के उपचार के बाद ही कविता ठीक होती है. इस पर शैतान का साया आ गया है. इस घटना के कुछ देर बाद जब इस संबंध में चिकित्सक से पूछा गया, तो उन्होंने तुरंत एएनएम से कविता की परची मंगा कर उसकी दवा बदली और दूसरा इलाज प्रारंभ किया.