जंगल नहीं काटने की हिदायत दी
लकड़ी काटने गये ग्रामीणों को टीपीसी ने बंधक बनाया भवनाथपुर(गढ़वा) : भवनाथपुर थाना क्षेत्र के अरसली गांव से सटे परसलेवा जंगल में गुरुवार को लकड़ी काटने गये ग्रामीणों को टीपीसी के सशस्त्र दस्ता ने चार घंटे तक बंधक बना कर रखा. ग्रामीण दुखी दुसाध, सरफुद्दीन अंसारी, जगदीश कहार, अहमद अंसारी आदि ने बताया कि वे […]
लकड़ी काटने गये ग्रामीणों को टीपीसी ने बंधक बनाया
भवनाथपुर(गढ़वा) : भवनाथपुर थाना क्षेत्र के अरसली गांव से सटे परसलेवा जंगल में गुरुवार को लकड़ी काटने गये ग्रामीणों को टीपीसी के सशस्त्र दस्ता ने चार घंटे तक बंधक बना कर रखा.
ग्रामीण दुखी दुसाध, सरफुद्दीन अंसारी, जगदीश कहार, अहमद अंसारी आदि ने बताया कि वे लोग तथा कई महिलाएं लकड़ी लेकर लौट रही थी.
इसी बीच 20-22 वर्दीधारी नक्सलियों का दस्ता उन्हें रोका और जंगल नहीं काटने की हिदायत दी. उन लोगों ने कहा कि जंगल काटने से नुकसान है. इसके बाद फिर उन लोगों को बैठाया रखा और चार घंटे बाद छोड़ा.
बंधक नहीं बनाया : अजय सिंह
भवनाथपुर पुलिस निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने पूछे जाने पर बताया कि टीपीसी के दस्ता का जंगलों में भ्रमण की जानकारी मिली है. लेकिन ग्रामीणों को बंधक बनाये जाने की बात गलत है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों से निबटने के लिए पुलिस छापामारी अभियान चला रही है.
शराब व जंगल माफिया को पीटा है : टीपीसी
गढ़वा : उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमिटी(टीपीसी)के सबजोनल प्रवक्ता मंदीपजी ने प्रभात खबर को फोन कर बताया कि बरडीहा क्षेत्र में जिन लोगों की पिटाई टीपीसी द्वारा की गयी है वे लोग जंगल माफिया और शराब माफिया हैं. ऐसे लोगों के साथ संगठन सख्ती के साथ पेश आयेगा.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को पीटा गया है, वे लोग जंगल से बड़े पैमाने पर लकड़ियों का तस्करी कर जंगलों को साफ कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अवैध शराब भट्ठी संचालित कर युवा वर्ग को नशा की गर्त में धकेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि जंगल देश की राष्ट्रीय संपत्ति है. जंगल नहीं रहेगा, तो मानव जीवन भी नहीं रहेगा. टीपीसी ने पहले भी लोगों को चेताया था कि जंगल न काटे.
बार-बार कहने के बावजूद जंगल माफिया अपने आदत से बाज नहीं आ रहे हैं. वहीं जंगली क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवैध शराब भट्ठी संचालित कर देशी शराब का उत्पादन किया जा रहा है.
मंदीप ने कहा कि बरडीहा में एसबीआइ ग्राहक सेवा को बंद कराने का आरोप बेबुनियाद है. टीपीसी का दस्ता सेवा केंद्र पर कभी नहीं गया और न ही उसे बंद करने को कहा है. साथ ही हरिहरपुर में टीपीसी के नाम पर ओपी प्रभारी के विरुद्ध मौत के फरमान को लेकर चिपकाया गया पोस्टर भी गलत है. उन्होंने कहा कि यह किसी गुंडा गिरोह का काम है, जिसने टीपीसी के नाम पर दहशत फैलाना का काम कर रहा है. ऐसे लोगों को टीपीसी चिह्न्ति करके उन्हें जनता के बीच सजा देगी.