नाबालिग जोड़े की शादी जायज है
गोंदा गांव में 11 फरवरी को हुई थी शादीग्रामीणों ने बैठक कर लिया निर्णय गढ़वा. मेराल प्रखंड के गोंदा बाजार के प्रांगण में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक मंे 11 फरवरी को नाबालिग जोड़े की करायी गयी शादी को पूरी तरह से जायज करार दिया गया. बैठक में लड़का व लड़की दोनों पक्ष के अभिभावक […]
गोंदा गांव में 11 फरवरी को हुई थी शादीग्रामीणों ने बैठक कर लिया निर्णय गढ़वा. मेराल प्रखंड के गोंदा बाजार के प्रांगण में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक मंे 11 फरवरी को नाबालिग जोड़े की करायी गयी शादी को पूरी तरह से जायज करार दिया गया. बैठक में लड़का व लड़की दोनों पक्ष के अभिभावक शामिल थे. इसमें कहा गया कि 11 फरवरी को आपसी रजामंदी के बाद नाबालिग लड़का व लड़की की शादी करायी गयी थी. लेकिन गांव के ही कुछ बिचौलिये उक्त शादी को अवैध करार देने पर तुले हुए हैं और मीडिया में बयानबाजी करा रहे हैं. जिसकी वे घोर निंदा करते हैं. ग्रामीणांे ने कहा कि गांव मंे स्थित अर्पित लाइन होटल से गांव के लोगों को कोई परेशानी नहीं है. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि उपरोक्त पक्षों के रजामंदी से हुए शादी को अवैध, अनैतिक व असामाजिक ठहराना गांव के स्मिता के साथ खिलवाड़ है और चंद्रवंशी समाज इसकी निंदा करता है. इस मौके पर विनोद चंद्रवंशी, भोला चंद्रवंशी, विश्वनाथ साव, चंद्रदीप प्रजापति, मानिक यादव, सुरेंद्र यादव, अर्जुन साह, संतोष प्रजापति, विनोद कुशवाहा, शिवनारायण सिंह, विजय मेहता, रामलाल मेहता, योगेंद्र कुमार, बलराम साहू, विश्वनाथ राम, अरविंद भगत, शीला देवी आदि ग्रामीणों का नाम शामिल है.