15 दिन में नहीं मिला वेतन, तो करेंगे आत्मदाह
सालभर से वेतन नहीं मिलने पर आत्मा के कर्मचारियों ने सीएम को पत्र लिखागढ़वा. आत्मा गढ़वा में अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर अपने 12 महीने से आवंटन के अभाव में मानदेय नहीं मिलने व परियोजना अवधि तक सेवा विस्तार करते हुए वित्त विभाग के नियमानुसार पुनरीक्षित […]
सालभर से वेतन नहीं मिलने पर आत्मा के कर्मचारियों ने सीएम को पत्र लिखागढ़वा. आत्मा गढ़वा में अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर अपने 12 महीने से आवंटन के अभाव में मानदेय नहीं मिलने व परियोजना अवधि तक सेवा विस्तार करते हुए वित्त विभाग के नियमानुसार पुनरीक्षित वेतनमान लागू करने की मांग की है. कृषि विभाग आत्मा गढ़वा में कार्यरत चतुर्थवर्गीय कर्मचारी अरविंद राम, राकेश कुमार पाठक(आदेशपाल), रात्रि प्रहरी प्रमोद कुमार गौड़ व स्वीपर संतोष कुमार ठाकुर ने बताया कि वे लोग पिछले आठ वर्ष से यहां कार्यरत हैं. उनका एक अप्रैल 2014 से मार्च 2015 तक 12 महीने का वेतन नहीं मिला है. वेतन देने के बदले उन्हें सेवा से हटाये जाने की बात कही जा रही है. वेतन नहीं मिलने से सभी कर्मचारियों के परिवार में भुखमरी की स्थिति बन गयी है. कृषि व गन्ना विभाग झारखंड के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में 15 मई 2006 को हुए तीसरी बैठक में अनुबंध पर कार्य रहे कर्मचारियों को परियोजना अवधि तक वार्षिक असेसमेंट प्रतिवेदन के आधार पर सेवा विस्तार की स्वीकृति दी गयी है. पूर्व उपायुक्त सह आत्मा के अध्यक्ष डॉ मनीष रंजन ने भी दो जनवरी 2015 को समीक्षा बैठक में सभी आत्माकर्मियों का सेवा विस्तार कर रांची से आवंटन की मांग की है. इसके बावजूद उनका वेतन नहीं मिला. आत्माकर्मियों ने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है कि यदि 15 दिन के अंदर वित्त विभाग के नियमानुसार नये दर से भुगतान नहीं किया गया, तो सभी कर्मचारी उपायुक्त के समक्ष सामूहिक रूप से आत्मदाह करने के लिए विवश होंगे.