ओके…..बालू नीलामी रोकने के लिए ग्रामीण एकजुट

बालू का उठाव हुआ, तो कई गांवों के सैकड़ों किसान हो जायेंगे भिूमहीन कांडी(गढ़वा). कांडी प्रखंड के सुंडीपुर बाजार में सोमवार को गाड़ाखुर्द व खरौंधा पंचायत के दर्जन गांव के ग्रामीण सरकार द्वारा कोयल नदी के बालू की नीलामी को रोकने को लेकर सड़क पर उतर गये. सरकार के नीति के विरोध में ग्रामीणों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2015 7:04 PM

बालू का उठाव हुआ, तो कई गांवों के सैकड़ों किसान हो जायेंगे भिूमहीन कांडी(गढ़वा). कांडी प्रखंड के सुंडीपुर बाजार में सोमवार को गाड़ाखुर्द व खरौंधा पंचायत के दर्जन गांव के ग्रामीण सरकार द्वारा कोयल नदी के बालू की नीलामी को रोकने को लेकर सड़क पर उतर गये. सरकार के नीति के विरोध में ग्रामीणों ने समाजसेवी नीरज कुमार के नेतृत्व में बैठक की. इसकी अध्यक्षता नंदलाल दुबे ने की. बैठक में श्री दुबे ने कहा कि खाड़ाखुर्द व सुंडीपुर के अलावा कई गांव कोयल, सोन व कनहर नदी के त्रिशंकु पर बसे हैं. इन गांवों का सैकड़ों एकड़ भूमि इन नदियों में समा चुका है. भूमि का कटाव अभी भी जारी है. यदि नदी से बालू निकासी की गयी, तो पूरा सुंडीपुर गांव नदी में समा जायेगा. नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इस गांव की सैकड़ों एकड़ भूमि नदी से कट चुकी है. सरकार से कई बार गार्ड वाल लगाने की मांग की गयी, लेकिन आज तक नहीं लग सका. ग्रामीणों का कहना था कि यदि बालू की नीलामी हो भी गयी, तो उनके लाश के ऊपर ही बालू का उठाव किया जायेगा. ग्रामीाणों ने कहा कि वे जान दे देंगे लेंगे, लेकिन एक भी गाड़ी बालू नहीं उठने देंगे. तटबंध और गार्डवाल निर्माण के बाद ही बालू उठाने दिया जायेगा. इस अवसर पर नवल किशोर तिवारी, मुनेश्वर राम, चतुगुर्ण मेहता, सत्यनारायण दुबे, लल्लू सिंह, रामेश्वर पांडेय आदि उपस्थित थे.

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