गढ़वा में डूबी पांच बच्चियां
दो अलग-अलग घटनाओं के बाद शोक का माहौल गढ़वा : शनिवार को दो घटनाओं में पांच बच्चियों की डूबने से मौत हो गयी. एक की हालत गंभीर है. गढ़वा थाना क्षेत्र स्थित सुखबाना गांव में एक साथ चार बच्चियां आहर में डूब गयी.इनमें बबनू रजवार की पुत्री सोनी कुमारी (सात), सुकन पासवान की पुत्री ज्योति […]
दो अलग-अलग घटनाओं के बाद शोक का माहौल
गढ़वा : शनिवार को दो घटनाओं में पांच बच्चियों की डूबने से मौत हो गयी. एक की हालत गंभीर है. गढ़वा थाना क्षेत्र स्थित सुखबाना गांव में एक साथ चार बच्चियां आहर में डूब गयी.इनमें बबनू रजवार की पुत्री सोनी कुमारी (सात), सुकन पासवान की पुत्री ज्योति कुमारी (आठ), चुन्नी पासवान की पुत्री ममता कुमारी (10) व छकौड़ी रजवार की पुत्री पूजा कुमारी (11) शामिल हैं. आहर में ट्रेंच खोदा हुआ था. ग्रामीणों को घंटे भर बाद घटना का पता चला. उसके बाद चारों शव निकाले गये.
चारों अलग-अलग परिवार की थी : ग्रामीणों ने बताया कि घटना शनिवार दोपहर की है. सुखबाना गांव की चारों बच्चियां लहसुनिया पहाड़ की ओर लकड़ी चुनने गयी थी. इसी दौरान कनकटी आहर में चारों लड़कियां एक साथ नहाने के लिए उतर गयी. आहर में ट्रेंच खोदा हुआ था, जिसका अंदाजा लड़कियां को नहीं लगा और वे गहरे पानी में डूब गयीं. बस्ती से दूर होने के कारण लड़कियां के डूबने की खबर ग्रामीणों को करीब एक घंटे बाद मिली. इसके बाद शव पानी से निकाले गये. चारों बच्चियां अलग-अलग परिवार की थी. शव निकाले जाने के बाद पूरी बस्ती में मातम छा गया.
धुरकी में तालाब में बच्ची डूबी : इधर, धुरकी प्रखंड मुख्यालय स्थित राजा तालाब में नहाने के दौरान दो बच्चियां डूबने लगी. ग्रामीणों की नजर पड़ने पर उन्हें निकाला गया. इलाज के लिए गढ़वा ले जाने के दौरान मुन्ना घासी की पुत्री काजल कुमारी(सात) ने दम तोड़ दिया. राजकुमार घासी की पुत्री सतवंती कुमारी(सात) की हालत गंभीर है. उसका गढ़वा में इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार दोनों स्थानीय राजा तालाब में एक साथ नहा रही थी. लोगों ने उन्हें डूबने से बचाया. दोनों को पहले प्रखंड स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, लेकिन वहां चिकित्सक नहीं होने के कारण उन्हें रेफर कर दिया गया. प्रत्यशक्षदर्शियों के मुताबिक काजल कुमारी की पहले ही मौत हो चुकी थी, लेकिन वहां स्थित एएनएम का कहना था कि अभी उसका पल्स चल रहा है.
चालक ने इंजेक्शन लगाया : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धुरकी में चिकित्सक के साथ कंपाउंडर भी गायब थे. वहां के चालक रोहित कुमार ने बच्चियों को इंजेक्शन लगाया, जबकि एएनएम सोनी कुमारी ने उन्हें गढ़वा रेफर कर दिया. ग्रामीणों का आरोप था कि समय पर प्राथमिक उपचार होता, तो काजल की जान बच सकती थी.
छुट्टी पर हैं : प्रभारी चिकित्सक
धुरकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक डॉ दिनेश कुमार ने कहा कि वे छुट्टी पर हैं. चिकित्सक रंजीत कुमार अन्य तीन अस्पतालों में प्रतिनियुक्त किये जाने के कारण अनुपस्थित थे.