2..ओके..जिला कबड्डी संघ में दो फाड़

2..अोके..जिला कबड्डी संघ में दो फाड़दोनों गुट अपनी-अपनी टीम भेज रहे हैं प्रतियोगिता मेंप्रतिनिधि, गढ़वा. गढ़वा जिले में खेल संघ में गुटबाजी व विवाद का पुराना रिश्ता रहा है. जिले में एक दर्जन से अधिक खेल संघ है. इनमें से कई खेल संघ अलग-अलग गुटों से ताल्लुक रखता है. इसके पूर्व जिला कुश्ती संघ व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2015 9:04 PM

2..अोके..जिला कबड्डी संघ में दो फाड़दोनों गुट अपनी-अपनी टीम भेज रहे हैं प्रतियोगिता मेंप्रतिनिधि, गढ़वा. गढ़वा जिले में खेल संघ में गुटबाजी व विवाद का पुराना रिश्ता रहा है. जिले में एक दर्जन से अधिक खेल संघ है. इनमें से कई खेल संघ अलग-अलग गुटों से ताल्लुक रखता है. इसके पूर्व जिला कुश्ती संघ व जिला फुटबॉल संघ का विवाद अभी थमा नहीं था कि अब जिला कबड्डी संघ दो फाड़ में हो गया है. राज्य कबड्डी संघ के महासचिव विपिन कुमार सिंह ने गत दिनों जिला कबड्डी संघ को भंग करते हुए संघ के जिला सचिव रामाशंकर सिंह पर उनके निर्देशों के अवहेलना का आरोप लगाया था और जिला ओलिंपिक संघ के महासचिव आलोक मिश्रा को पत्र भेजकर नयी कमेटी के गठन तक ओलिंपिक संघ के देखरेख में कबड्डी संघ के संचालन करने की बात कही थी. इसके बाद रामाशंकर सिंह ने एक बयान जारी कर कहा था कि जिला कबड्डी संघ विपिन कुमार सिंह के टीम में नहीं, बल्कि राज्य कबड्डी संघ के दूसरे गुट संजय झा के कमेटी में हैं. ऐसे में उनका कमेटी भंग करने का अधिकार नहीं है और उनका संघ जिले में कायम है तथा पिछल्ले दिनों उनके देखरेख में एक टीम का गठन कर बोकारो में आयोजित प्रतियोगिता में भाग भी लिया है. इधर रामाशंकर सिंह ने एक पत्र दिया है, जिसमें राज्य कबड्डी संघ के सचिव विपिन कुमार सिंह ने उन्हें नवंबर 2011 को जिला सचिव के पद पर नियुक्ति को लेकर पत्र दिया था. इधर जिला ओलिंपिक संघ के महासचिव आलोक मिश्रा का कहना है कि संजय झा गुट को राज्य कबड्डी संघ से मान्यता नहीं मिली है, बल्कि उनका संघ कॉपरेटिव सोसाइटी के तहत पंजीकृत है, जो एक एनजीओ के रूप में जाना जाता है. बहरहाल वाद-विवाद के बीच दोनों संघों द्वारा अपनी-अपनी टीम बनाकर राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भेजा जा रहा है.

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