ओके…पत्र जारी कर खुद को नर्दिेश दिया
अोके…पत्र जारी कर खुद को निर्देश दिया अारटीआइ के मामले में एक अधिकारी का कारनामा गढ़वा. गढ़वा शहर के सोनपुरवा निवासी उमेश विश्वकर्मा ने स्थानीय बालिका उवि से संबंधित जानकारी आरटीआइ के तहत मांगी थी. फिर प्रथम अपीलीय पदाधिकारी से जानकारी मांगने के मामले में प्रथम अपीलीय पदाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देश हास्यास्पद हैं. उमेश […]
अोके…पत्र जारी कर खुद को निर्देश दिया अारटीआइ के मामले में एक अधिकारी का कारनामा गढ़वा. गढ़वा शहर के सोनपुरवा निवासी उमेश विश्वकर्मा ने स्थानीय बालिका उवि से संबंधित जानकारी आरटीआइ के तहत मांगी थी. फिर प्रथम अपीलीय पदाधिकारी से जानकारी मांगने के मामले में प्रथम अपीलीय पदाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देश हास्यास्पद हैं. उमेश विश्वकर्मा ने 17 अगस्त 2015 को जिला शिक्षा पदाधिकारी से सूचना मांगी थी. लेकिन निर्धारित अवधि में सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी. इसके बाद प्रथम अपीलीय पदाधिकारी सह क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक पलामू को इस मामले में आवेदन दिया गया. विदित हो कि क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक पलामू रामयतन राम अतिरिक्त प्रभार में हैं और वे गढ़वा के जिला शिक्षा पदाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. इस मामले में शिक्षा उप निदेशक ने उमेश विश्वकर्मा के आवेदन के आलोेक में ज्ञापांक 11-97/2015, पत्रांक 673, दिनांक छह अक्तूबर 2015 को जिला शिक्षा पदाधिकारी गढ़वा (स्वयं को) को पत्र लिख कर निर्देश दिया है कि अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में 30 सितंबर को प्रथम अपील संख्या 57/2015 दायर किया गया है. उन्होंने खुद को निर्देशित करते हुए अनुरोध किया है कि उमेश विश्वकर्मा को उनके सूचना अधिकार आवेदन के अनुसार बिंदुवार सूचना ससमय उपलब्ध कराते हुए उसकी एक प्रति अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को भी उपलब्ध करायें. उन्होंने कहा है कि ससमय सूचना उपलब्ध नहीं कराने पर सारी जवाबदेही आपकी होगी. जिला शिक्षा उप निदेशक ने खुद के बारे (गढ़वा के डीइओ) में यह पत्र लिखा है, जो काफी हास्यास्पद है, क्योंकि उन्होंने निर्धारित समय बीत जाने के बाद सूचना उपलब्ध नहीं करायी और वरीय प्रभार मिलने के बाद खुद को निर्देश दे रहे हैं. इधर उमेश विश्वकर्मा ने इस मामले में मुख्य राज्य सूचना आयुक्त रांची में अपील करते हुए सूचना की मांग की है.