गढ़वा: चिकत्सिकों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बाधित
गढ़वा: चिकित्सकों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बाधित 7जीडब्ल्यूपीएच48- विरोध करते चिकित्सक पदाधिकारीगढ़वा. मुखिया एवं जिप सदस्यों से छुट्टी लेने एवं उनके समक्ष उपस्थिति बनाने के सरकार के निर्णय के विरोध में गढ़वा जिले के सभी सरकारी चिकित्सकों ने शनिवार को कार्य बहिष्कार किया. चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से गढ़वा सदर अस्पताल में ओपीडी […]
गढ़वा: चिकित्सकों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा बाधित 7जीडब्ल्यूपीएच48- विरोध करते चिकित्सक पदाधिकारीगढ़वा. मुखिया एवं जिप सदस्यों से छुट्टी लेने एवं उनके समक्ष उपस्थिति बनाने के सरकार के निर्णय के विरोध में गढ़वा जिले के सभी सरकारी चिकित्सकों ने शनिवार को कार्य बहिष्कार किया. चिकित्सकों की हड़ताल की वजह से गढ़वा सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा बाधित रही. चिकित्सकों ने काला बिल्ला लगाकर इमरजेंसी सेवा एवं पोस्टमार्टम का कार्य किया. चिकित्सकों ने बताया कि पंचायती राज को अधिकार देते हुये सरकार ने यह निर्देश दिया है कि हम सभी चिकित्सक मुखिया के आदेश से ही कार्य करेंगे. यह व्यवहारिक रूप से सही नहीं है. इसे अविलंब वापस लेना होगा. उन्होंने कहा कि यदि लागू करना ही तो सभी बड़े पदाधिकारियों को भी पंचायत प्रतिनिधियों के अंदर किया जाये. उन्होंने कहा कि यदि यह निर्देश वापस नहीं लिया गया, तो 10 नवंबर को जिले के सभी चिकित्सक झासा के सचिव के पास अपना त्याग पत्र देंगे, जबकि 15 नवंबर को सामूहिक त्याग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा जायेगा. तबतक सभी चिकित्सक काला बिल्ला लगाकर ही काम करेंगे. इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ बिंदेश्वरी रजक, आइएम अध्यक्ष डॉ यासीन अंसारी, झासा सचिव डॉ एनके रजक, डॉ जेपी सिंह, डॉ विनोद कुमार, डॉ कौशल सहगल, डॉ आलोक तिवारी, डॉ दिनेश कुमार सिंह, डॉ अशोक कुमार, डॉ विजय भारती, डॉ दीपक कुमार सिन्हा, डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ यूएन वर्णवाल, डॉ आरएन द्विवेदी आदि उपस्थित थे.