ग्रामीणों ने एमओ को बंधक बनाया

भवनाथपुर(गढ़वा) : भवनाथपुर प्रखंड के चपरी पंचायत के दीपशिखा महिला स्वयं सहायता समूह की सचिव सतवंती देवी को पुन: राशन उठाव के आदेश दिये जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने एमओ को बंधक बना लिया. करीब तीन घंटे तक बंधक रहने के बाद एमओ द्वारा उक्त राशन दुकान को बरखास्त किये जाने के लिखित आश्वासन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2016 8:22 AM
भवनाथपुर(गढ़वा) : भवनाथपुर प्रखंड के चपरी पंचायत के दीपशिखा महिला स्वयं सहायता समूह की सचिव सतवंती देवी को पुन: राशन उठाव के आदेश दिये जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने एमओ को बंधक बना लिया.
करीब तीन घंटे तक बंधक रहने के बाद एमओ द्वारा उक्त राशन दुकान को बरखास्त किये जाने के लिखित आश्वासन के बाद उन्हें मुक्त किया गया. समाचार के अनुसार एमओ अजीत सिंह चपरी पंचायत से लौट रहे थे.
इसी दौरान टिकरटोला वार्ड 11 के ग्रामीणों ने उन्हें रोक कर बंधक बना लिया. बंधक बनानेवाले ग्रामीण मौके पर ही एसडीओ को बुलाने व दीपशिखा महिला समूह की दुकान को बरखास्त करने की मांग कर रहे थे. ग्रामीण कमलेश गुप्ता, सुनील प्रजापति, सिकंदर साह, विपिन पासवान, सुरेंद्र गुप्ता, अनुप गुप्ता, सखिचंद बैठा आदि ने आरोप लगाया कि दीपशिखा महिला स्वयं सहायता समूह की सचिव सतवंती देवी द्वारा चलाये रहे राशन दुकान से अनाज की कालाबाजारी की शिकायत के बाद नगरऊंटारी एसडीओ द्वारा उन्हें निलंबित करते हुए एक-दूसरे राशन डीलर नकुल सिंह को उठाव का आदेश दिया गया था. लेकिन कुछ दिन पूर्व पुन: दीपशिखा समूह के निलंबित दुकान को वापस करते हुए राशन का उठाव दे दिया गया है.
ग्रामीणों का आरोप है कि निलंबित राशन डीलर को पुन: उठाव का आदेश देने के पीछे अधिकारियों की मिलीभगत है. इस संबंध में एमओ का कहना था कि किसी दुकान को निलंबित करना तथा उसे वापस करने का उनका अधिकार नहीं है.
बल्कि यह एसडीओ के माध्यम से होता है. लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों के नहीं मानने पर उन्होंने सतवंती देवी की दुकान को बरखास्त करने का लिखित आश्वासन दिया.
मामला वर्चस्व की लड़ाई का
दीपशिखा महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष उर्मिला देवी द्वारा जन वितरण प्रणाली का दुकान संचालित किया जाता था. लेकिन समूह के अन्य सदस्यों ने अध्यक्ष पर अनाज की कालाबाजारी का आरोप लगा कर उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया और सचिव सतवंती देवी को दुकान संचालित करने की जिम्मेवारी दी गयी.
लेकिन कुछ माह पूर्व सतवंती देवी पर भी अनाज की कालाबाजारी की शिकायत नगरऊंटारी एसडीओ से की गयी. इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया.
लेकिन पुन: उन्हें कुछ दिन पूर्व अनाज उठाव के आदेश दिये गये थे. कहा जा रहा है कि तब से अध्यक्ष व सचिव के बीच में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है.

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