जाली टिकट छापनेवाला गिरफ्तार

गढ़वा : गढ़वा जिला अधिवक्ता संघ परिसर से जाली टिकट छाप कर एकरारनामा के लिए उपयोग करनेवाले एक दुकानदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दुकानदार का नाम गढ़वा थाना के कल्याणपुर निवासी अलीमुद्दीन अंसारी का पुत्र आफताब आलम है. पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. समाचार के अनुसार कचहरी परिसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2016 8:27 AM

गढ़वा : गढ़वा जिला अधिवक्ता संघ परिसर से जाली टिकट छाप कर एकरारनामा के लिए उपयोग करनेवाले एक दुकानदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दुकानदार का नाम गढ़वा थाना के कल्याणपुर निवासी अलीमुद्दीन अंसारी का पुत्र आफताब आलम है. पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

समाचार के अनुसार कचहरी परिसर में ही अनिधिकृत रूप से एक गुमटी में कंप्यूटर व प्रिंटर से आफताब आलम जाली स्टांप छापकर पिछले चार महीने से उसका उपयोग कर रहा था. यद्यपि इसकी भनक जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों को पहले से ही मिल चुकी थी. लेकिन मंगलवार को इस बात का खुलासा हुआ.

कैसे हुआ खुलासा

मंगलवार को उक्त दुकानदार का एक कर्मचारी जिला अधिवक्ता संघ भवन में एक नोटरी पब्लिक से जाली स्टॉम्प पर एकरारनामा करा रहा था. संदेह होने पर इसकी सूचना जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार पांडेय को दी गयी. जबतक अध्यक्ष वहां पहुंचे, इसके पूर्व दुकान का कर्मचारी वहां से भाग चुका था.

परिचित कर्मचारी होने के कारण संघ के पदाधिकारियों ने उसके दुकान में जाकर जब इसकी जांच की, तो वहां छपे हुए पहले से जाली टिकट के साथ कंप्यूटर व प्रिंटर देखा गया. साथ ही स्केन किया हुआ शपथ पत्र पर साटा हुआ अधिवक्ता कल्याण मुद्रांक भी पाया गया. संघ के अध्यक्ष श्री पांडेय ने दुकान का ताला बंद कर इसकी सूचना गढ़वा थाना प्रभारी निरंजन कुमार को दी. इसके बाद दुकान मालिक आफताब आलम को पकड़ा गया, जबकि उसका कर्मचारी भाग चुका था.

अनधिकृत रूप से चला रहा था गुमटी

जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार पांडेय के मुताबिक आफताब ने संघ भवन के पास जो गुमटी लगायी है, उसके लिए अनुमति नहीं ली है. वेलफेयर टिकट चालान पास करने के बाद संघ द्वारा निकाला जाता है. जिसे शपथ पत्र व वकालतनामा में लगाया जाता है. वेलफेयर टिकट राज्य सरकार द्वारा प्रिंटेड होता है, जिसकी राशि संबंधित कोषागार से अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए बार कौंसिल झारखंड को जाता है. लेकिन आफताब इसे जाली स्टॉम्प के माध्यम से अवैध कमाई का जरिया बनाये हुए था.

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