अब दहेज लेनेवालों और नशाखोरों की खैर नहीं
धुरकी (गढ़वा) : धुरकी के मुसलिम समाज ने नशाखोरी एवं कुरीतियों को समाज से खत्म करने का संकल्प लिया है. अंजुमन इसलाहुल मुसलिम कमेटी ने कहा है कि समाज में जो भी दहेज प्रथा का समर्थन करेगा या नशाखोरी को बढ़ावा देगा, उसकी खैर नहीं. एक बैठक कर कमेटी ने मुसलिम सममुदाय से दहेज प्रथा, […]
धुरकी (गढ़वा) : धुरकी के मुसलिम समाज ने नशाखोरी एवं कुरीतियों को समाज से खत्म करने का संकल्प लिया है. अंजुमन इसलाहुल मुसलिम कमेटी ने कहा है कि समाज में जो भी दहेज प्रथा का समर्थन करेगा या नशाखोरी को बढ़ावा देगा, उसकी खैर नहीं. एक बैठक कर कमेटी ने मुसलिम सममुदाय से दहेज प्रथा, जुआ एवं नशाखोरी को मिटाने का संकल्प लिया.
कमेटी ने कहा कि फैसले के मुताबिक, दहेज लेनेवाले, जुआ खेलनेवाले एवं शराब पीनेवाले से समाज के किसी भी व्यक्ति का कोई सरोकार नहीं होगा. उसका हुक्का-पानी बंद कर दिया जायेगा. यदि ऐसे लोगों के घर समाज का कोई व्यक्ति गया, तो उसे भी सजा दी जायेगी. उससे 51 बार उठक-बैठक कराने के साथ उसे भी समाज से बहिष्कृत करने की कार्रवाई की जा सकती है. उसके घर होनेवाले निकाह अथवा जन्म-मरण जैसे कार्यक्रमों में भी कोई शामिल नहीं होगा. यहां तक कि दहेज लेकर शादी करनेवाले के रिश्तेदार को भी समाज से बहिष्कृत कर दिया जायेगा.
कमेटी का हुआ पुनर्गठन
मौलवी ग्यासुद्दीन अंसारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में अंजुमन इसलाहुल मुसलिम कमेटी का पुनर्गठन भी किया गया. इसमें अली अब्बास अंसारी को सदर, ओबैदुल्लाह हक अंसारी को नायब सदर, अतीक-उर-रहमान को सेक्रेटरी तथा मौलवी ग्यासुद्दीन अंसारी, मोबिन अंसारी, अख्तर अंसारी, साबिर अली अंसारी एवं महबूब अंसारी को सलाहकार चुना गया.
बैठक में थे मौजूद
अब्बास अली रौशन, मंसूर अंसारी, मुर्तुजा अंसारी, हाफिज अब्दुल, मजीज अंसारी, कलामुद्दीन अंसारी, सैयद अंसारी, हाजी जान मोहम्मद अंसारी, हाजी ताहिर अंसारी, हाजी नईमुद्दीन अंसारी आदि.