रात होते ही चिल्लाती हैं छात्राएं

विडंबना. अंधविश्वास में हैं कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं रमकंडा (गढ़वा) : एक तरफ जहां सरकार छात्राओं को उचित शिक्षा देने के लिए एवं उनके अंदर वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की पूरे देश में स्थापना की है, वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका उवि रमकंडा इसके विपरीत इस समय जादू-टोना और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2016 2:10 AM
विडंबना. अंधविश्वास में हैं कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं
रमकंडा (गढ़वा) : एक तरफ जहां सरकार छात्राओं को उचित शिक्षा देने के लिए एवं उनके अंदर वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की पूरे देश में स्थापना की है, वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका उवि रमकंडा इसके विपरीत इस समय जादू-टोना और भूत-प्रेत का शिकार हो चुका है.
रात होते ही इस आवासीय विद्यालय से छात्राओं द्वारा जोर-जोर से चिल्लाने अथवा हंसने जैसी अजीब हरकत की जाने लगती है. यद्यपि ऐसी हरकत बमुश्किल दर्जनभर छात्राएं करती हैं, लेकिन इससे छात्रावास में रहनेवाली लगभग सभी छात्राएं इसकी चपेट में आ जाती हैं. इसके कारण इस विद्यालय में पढ़ाई-लिखाई का माहौलसमाप्त हो गया है.
2015 में भी घटी थी घटना : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय रमकंडा में इस तरह अंधविश्वास की हरकत रह-रहकर लगातर घट रही है. वर्ष 2015 में विद्यालय की दो छात्राओं पर इसी तरह के भूत-प्रेत की शिकायत किये जाने के बाद ओझा को बुलाया गया था.
प्रचारित किया गया कि कई छात्राओं पर बाबा भोलेनाथ सवार हो गये हैं. इसके बाद विद्यालय परिसर में ही करीब एक घंटे तक छात्राओं की झाड़-फूंक की गयी थी. इस दौरान कई अभिभावक एवं विद्यालय की छात्राएं इस अंधविश्वास को दूर करने के बजाय उक्त छात्राओं से आशीर्वाद ले रहे थे और उनके समक्ष अपनी समस्याओं को रखकर उसे समाधान करने का आग्रह कर रहे थे.

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