अनावरण को लेकर भिड़े कामेश्वर व हीराराम
गढ़वा : जिला मुख्यालय में सहिजना मोड़ स्थित बाबा साहेब भीमराव अांबेडकर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण कर श्रेय लूटने के लिए दलित नेता आपस में भिड़ गये. मंगलवार को उप विकास आयुक्त जगत नारायण प्रसाद के कार्यालय कक्ष में अनावरण की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा व पूर्व विधायक […]
गढ़वा : जिला मुख्यालय में सहिजना मोड़ स्थित बाबा साहेब भीमराव अांबेडकर की आदमकद प्रतिमा का अनावरण कर श्रेय लूटने के लिए दलित नेता आपस में भिड़ गये. मंगलवार को उप विकास आयुक्त जगत नारायण प्रसाद के कार्यालय कक्ष में अनावरण की तैयारी को लेकर आयोजित बैठक में पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा व पूर्व विधायक हीराराम तूफानी आपस में उलझ गये. दोनों के बीच हाथापायी तक की नौबत आ गयी. मामले को बढ़ता देख डीडीसी जगत नारायण प्रसाद ने दोनों को अलग कराया और पुन: एक राय बनाने की कोशिश की. लेकिन गुस्से में पूर्व विधायक हीराराम तूफानी, उनके पुत्र सह रमना जिप सदस्य अरविंद तूफानी व दो-तीन अन्य लोग बैठक से निकल गये.
इसके बाद उपायुक्त नेहा अरोड़ा के कार्यालय कक्ष में बैठक हुई, जिसमें 14 अप्रैल को पूर्वाह्न 10 बजे प्रतिमा का अनावरण करने व जयंती मनाने का निर्णय लिया गया. बैठक में जहां कामेश्वर बैठा प्रशासनिक कार्यक्रम के पक्ष में थे, वहीं हीराराम तूफानी पूरी तरह से इसका विरोध कर रहे थे. मामला इतना बढ़ गया था कि दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की धमकी भी दी है.
क्या है मामला
शहर के सहिजना मोड़ पर पिछले तीन साल से बाबा साहेब अांबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गयी है. लेकिन इसे तीन साल से ढक कर रखा गया है. इसका अनावरण अभी तक नहीं हो सका है. 14 अप्रैल को आजसू नेता सूरज गुप्ता ने यह चेतावनी दी थी कि यदि प्रशासन अपने स्तर से प्रतिमा का अनावरण नहीं करती है, तो वे स्वयं इस प्रतिमा का अनावरण करके माला चढ़ायेंगे. इसके बाद प्रशासन हरकत में आयी और 14 अप्रैल को प्रशासनिक स्तर पर कार्यक्रम तय किया कि जयंती समारोह सह अनावरण कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. लेकिन दलित नेताओं के यहां कई गुट होने के कारण सभी गुट 14 अप्रैल को अनावरण करने के पक्ष में नहीं हैं.
पूर्व में ही हीराराम तूफानी व कामेश्वर बैठा सहित अन्य लोगों ने यह चेतावनी दी थी कि प्रशासन यह कार्यक्रम अपने स्तर से आयोजित न करे, बल्कि राज्यपाल का समय लेकर उनसे अनावरण कराया जाये. उनका आरोप है कि प्रशासन जिप अध्यक्ष विकास राम, उनके पिता पूर्व सांसद घूरन राम व स्थानीय विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी के दबाव में आकर यह कार्यक्रम आयोजित कर रही है.