आदिम जनजातियों ने समाहरणालय घेरा
गढ़वा : अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति गढ़वा इकाई की ओर से अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय का घेराव किया गया. जिलाध्यक्ष नन्हेश्वर कोरवा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पहंुचे आदिम जनजातियों ने मुख्य गेट को दो घंटे तक जाम कर दिया. इससे समाहरणालय के अंदर व बाहर का आवागमन […]
गढ़वा : अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास समिति गढ़वा इकाई की ओर से अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय का घेराव किया गया. जिलाध्यक्ष नन्हेश्वर कोरवा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पहंुचे आदिम जनजातियों ने मुख्य गेट को दो घंटे तक जाम कर दिया.
इससे समाहरणालय के अंदर व बाहर का आवागमन ठप रहा. इस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुये नन्हेश्वर कोरवा ने कहा कि आदिम जनजातियों के साथ गढ़वा जिले में भेदभाव की नीति अपनायी जा रही है. लंबे आंदोलन के बाद भी प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 30 अप्रैल तक उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो वे जोरदार आंदोलन चलायेंगे. समाहरणालय पर अनिश्चितकालीन आमरन-अनशन व चक्का जाम का आंदोलन किया जायेगा.
सभा को जेपी मिंज, सुनील किस्पोट्टा, सुरेंद्र परहिया, चंद्रिका कोरवा, हरेंद्र कोरवा, भगुनी कुंवर, मनमोहन कोरवा, राजेश कोरवा, आदि ने भी संबोधित किये. इस बीच उपायुक्त की ओर से आंदोलनकारियों से वार्ता के लिये कार्यपालक दंडाधिकारी विरेंद्र किं डो को भेजा गया. श्री किंडो को समिति की ओर से मांगपत्र सौंपा गया. जिस पर उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. उसके पश्चात आदिम जनजातियों का आंदोलन समाप्त हुआ.