भवनाथपुर (गढ़वा) : भवनाथपुर थाना क्षेत्र के कैलान गांव से सोमवार की रात करीब 2.30 बजे हरिहर यादव का अपहरण कर लिया गया़ आठ घंटे बाद करमाही के फूलवार जंगल से पुलिस ने हरिहर यादव काे मुक्त कराया.
घटना के संबंध में बताया गया कि मूलर यादव का कैलान में ससुराल है़ हरिहर यादव के साथ 2.5 एकड़ जमीन काे लेकर उसका विवाद चल रहा है़ हरिहर के अनुसार, उक्त जमीन के बगल में ही उसे घर बनाने के लिए जमीन दी गयी थी. लेकिन अब वह पूरी जमीन अपने नाम कराना चाहता है़ पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है़
घर की दीवार पर साट दिया था धमकी भरा पाेस्टर
जानकारी के अनुसार, हरिहर यादव गरमी की वजह से रात में घर के बाहर सोया था़ हरिहर के मुताबिक, रात करीब 2.30 बजे दो लोग उसे जगाया.
भिखारी यादव के घर का रास्ता बताने को कहा़ वह रास्ता बताने के लिए जैसे की कुछ दूर आगे गया, उन दोनों ने मिल कर उसका हाथ, मुंह व आंख बांध दिया़ कुछ देर चलने के बाद पैर भी बांध दिया़ इधर, सुबह में परिवार के सदस्यों ने हरिहर को नहीं देखा, तो उसकी खोजबीन शुरू की. इसी दौरान घर की दीवार पर एक पोस्टर चिपकाया हुआ देखा. पोस्टर में लिखा था कि मूलर यादव को जमीन रजिस्ट्री कर दो और दो लाख रुपये दे दो, अन्यथा जान से हाथ धोना पड़ेगा़ पोस्टर पढ़ते ही परिवार के लोग परेशान हो गये़ हरिहर के पुत्र सुरेंद्र यादव ने थाने को लिखित सूचना दी़
पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार, एएसआइ अजय सिंह व रामबली यादव ने दल- बल के साथ सभी संभावित स्थानों पर छापामारी शुरू की़ इस दौरान सुरेंद्र ने अपने पिता का फोन मिलाया, तो रिंग हाेने लगा. दूसरी ओर से कहा गया कि फूलवार जंगल में हैं, जल्दी ले चलो़ इसी निशानदेही के आधार पर पुलिस ने फूलवार जंगल पहुंच कर हरिहर को बरामद किया़