मनरेगा में हो रहा है जेसीबी से काम
केतार (गढ़वा) : केतार प्रखंड में मनरेगा के तहत चलाये जा रहे योजनाओं की सरेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है़ एक तरफ जहां प्रखंड के हजारों मजदूर दो जून की रोटी के लिए रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा संचालित जल संचयन के लिए मनरेगा के तहत डोभा व […]
केतार (गढ़वा) : केतार प्रखंड में मनरेगा के तहत चलाये जा रहे योजनाओं की सरेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है़ एक तरफ जहां प्रखंड के हजारों मजदूर दो जून की रोटी के लिए रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा संचालित जल संचयन के लिए मनरेगा के तहत डोभा व कूप निर्माण में लाभुकों द्वारा मजदूरों से काम न कराकर मशीन से करायी जा रही है़
बलिगढ़ पंचायत में मनरेगा योजना के तहत 22000 की लागत से बन रहे डोभा को लाभुक द्वारा जेसीबी मशीन से 5000 रुपये में बनाने के लिए तय कर लाभुक शंभु सिंह व महाराज साह ने काम शुरू कराया़
वहीं विजय सिंह ने कूप की खुदाई जेसीबी से करायी़ पूछने पर लाभुकों ने कहा कि मुखिया की अनुमित से कार्य हो रहा है़, जबकि मुखिया सुरेंद्र प्रसाद यादव ने इस बात से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है़ इधर केतरी गांव के मंगरू चौधरी ने भी जेसीबी से डोभा बनवाया़ विदित हो कि पिछले एक सप्ताह से जेसीबी मशीन लगा कर लाभुकों द्वारा अधिकारियों की मिलीभगत से कार्य कराया जा रहा है. जबकि जॉब कार्डधारी मजदूर रोजगार के लिए मारे फिर रहे हैं. इस बारे में पूछने पर बीपीओ सोनू कुमार ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है़, जबकि डीडीसी जगत नारायण प्रसाद ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जायेगी़