ग्रेफाइट फैक्टरी की उच्चस्तरीय जांच हो
गढ़वा : गढ़वा प्रखंड के बेलचंपा स्थित छोटानागपुर ग्रेफाइट इंडस्ट्रीज के चेयरमैन केके पोद्दार ने मंगलवार को उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा से मिलकर फैक्टरी व खदान बंद किये जाने का उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है़ उपायुक्त को सौंपे गये ज्ञापन में के केके पोद्दार ने कहा है कि बेलचंपा स्थित ग्रेफाइट फैक्टरी 15 […]
गढ़वा : गढ़वा प्रखंड के बेलचंपा स्थित छोटानागपुर ग्रेफाइट इंडस्ट्रीज के चेयरमैन केके पोद्दार ने मंगलवार को उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा से मिलकर फैक्टरी व खदान बंद किये जाने का उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है़ उपायुक्त को सौंपे गये ज्ञापन में के केके पोद्दार ने कहा है कि बेलचंपा स्थित ग्रेफाइट फैक्टरी 15 मई 2006 से बंद है, क्योंकि पलामू उपायुक्त द्वारा 12 मार्च को पलामू में स्थित ग्रेफाइट माइंस को बंद करा दिया गया है़ पलामू उपायुक्त ने उनके मुरमा खदान से कुछ दूरी पर स्थित मलय डैम को खदान से खतरा होने का हवाला दिया है़
उक्त आदेश विशेषज्ञों के विपरित है़ उनका खदान पिछले 25 वर्ष से चल रहा है इससे आज तक ऐसा कोई खतरा परिलक्षित नहीं हुआ है़ ज्ञापन में श्री पोद्दार ने कहा है कि उपरोक्त परिस्थिति में उन्होंने मुख्यमंत्री सह खनन मंत्री रघुवर दास के समक्ष 26 मई 2016 को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है़ उनका लीज मुरमा खदान से उत्खनन के लिए 2020 तक वैध है़
उन्होंने कहा है कि इस मामले की जांच उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समित से करायी जाये, ताकि पलामू व गढ़वा जिले के 500 मजदूरों और उनके परिवारों को रोजी-रोटी मिल सके़ इस मौके पर बबलू मिश्रा, शंभुनाथ पाठक, रविशंकर कुमार सहित कंपनी के कई कर्मचारी उपस्थित थे़