गढ़वा पीडीजे प्रतापपुर पहुंचे, प्रभावितों से मिले
फ्लोराइडयुक्त पानी पर कोर्ट ने लिया है संज्ञान गढ़वा : झारखंड हाइकोर्ट के निर्देश पर गढ़वा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीके श्रीवास्तव शनिवार को गढ़वा प्रखंड के प्रतापपुर गांव पहुंचे़ पीडीजे ने फ्लोराइडयुक्त पानी से सबसे अधिक प्रभावित महिला रमपतिया देवी और शिवबसिया देवी से उनके घर जाकर भेंट की. उनका हाल जाना़ […]
फ्लोराइडयुक्त पानी पर कोर्ट ने लिया है संज्ञान
गढ़वा : झारखंड हाइकोर्ट के निर्देश पर गढ़वा के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीके श्रीवास्तव शनिवार को गढ़वा प्रखंड के प्रतापपुर गांव पहुंचे़ पीडीजे ने फ्लोराइडयुक्त पानी से सबसे अधिक प्रभावित महिला रमपतिया देवी और शिवबसिया देवी से उनके घर जाकर भेंट की.
उनका हाल जाना़ इसके बाद मौनाहा टोला के लोगों से मिले और समस्याओं को जाना़ प्रतापपुर गांव में आपूर्ति हो रहे पेयजल की जानकारी ली़ इस दौरान मौके पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता राधेश्याम रवि भी उपस्थित थे़ पीडीजे ने फ्लोराइड प्रभावितों के लिए उपलब्ध कराये गये किट वाले चापानल, पाइप, जलापूर्ति व्यवस्था आदि का भी निरीक्षण किया़ इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश बिरेश कुमार, एसआइएस के ग्रुप कमांडेंट आरडी सिंह व अधिवक्ता गौतम कृष्ण सिन्हा भी उपस्थित थे़
ग्रामीणों ने सुनायी व्यथा : मौनाहा टोला सहित प्रतापपुर पंचायत के सभी गांव व टोलों के लोगों ने पीडीजे से मिल कर अपनी व्यथा सुनायी. ग्रामीणों ने कहा कि आपके आने की खबर अखबार में छपने के बाद से काफी दिनों से बंद पड़ी जलापूर्ति योजना को शुरू कर सामान्य स्थिति दिखाने का प्रयास किया गया है़ पहले से एक ही किट वाला चापानल चालू था़ खबर छपने के बाद रातों-रात विभाग की ओर से दो और किटवाले चापानल को चालू कर दिया गया है़ आज गांव में टैंकर भी भेज दिया गया है़ आम दिनों में ऐसा नहीं होता है. आपके जाने के बाद पुन: वही स्थिति बन जायेगी़ वर्ष 2006-07 से विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं को शुरू कर सपने दिखाये जाते हैं. पर हुआ कुछ नहीं.
योजना का लाभ नहीं मिलता : पीडीजे से मोहन राम के नेतृत्व में मिले ग्रामीणों ने कहा कि फ्लोराइडयुक्त पानी पीने से अकाल मौत की स्थिति में उन्हें पारिवारिक लाभ योजना का लाभ नहीं मिलता. गांव में न तो किसी को वृद्धा पेंशन और न ही इंदिरा आवास का लाभ दिया गया है़ ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सक प्रतिनियुक्त किये जाते हैं, लेकिन वे एक-दो बार ही आते हैं. सीएनटी एक्ट लागू होने के कारण वे अपनी जमीन बेच भी नहीं पा रहे हैं. कामेश्वर राम, तुलसी राम, रियाजुद्दीन अंसारी, रंजीत कुमार, अमेरिका राम आदि ग्रामीणों ने बारी-बारी से अपनी बीमारियों के बारे में भी पीडीजे को जानकारी दी.
उच्च न्यायालय को रिपोर्ट भेजेंगे : पीडीजे
ग्रामीणों की समस्या सुनने के बाद पीडीजे ने कहा : झारखंड हाइकोर्ट के निर्देश पर यहां रिपोर्ट लेने आये हैं. हाइकोर्ट को अपनी रिपोर्ट देंगे़ इस दौरान पीडीजे ने ग्रामीणों को आपस में सामंजस्य स्थापित कर स्थायी व्यवस्था होने तक जलापूर्ति का लाभ लेने की आवश्यकता बतायी़ उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता को शुद्ध पेयजल सुनिश्चित करने और पानी की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच कराते रहने का भी निर्देश दिया़ इस दौरान कार्यपालक अभियंता द्वारा पेयजल आपूर्ति में बिजली की समस्या व मौनाहा टोला पर पानी भेजने में दरमी के लोगों द्वारा की जा रही समस्याओं की जानकारी दी़
क्या-क्या किया पीडीजे ने
रमपतिया देवी व शिवबसिया देवी से उनके घर जाकर भेंट की
गांव के लोगाें से मिले, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था का निरीक्षण किया