पानी नहीं दे सकते, तो मौत ही दे दें
गढ़वा : गढ़वा प्रखंड के फ्लोराइड प्रभावित प्रतापपुर गांव में सोमवार को पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन व झामुमो के केंद्रीय सचिव विनोद पांडेय, मिथिलेश ठाकुर व डॉ शशिभूषण मेहता ने फ्लोराइड प्रभावित मौनाहा टोला पहुंच कर मौत से जूझ रही राजपतिया देवी, फूलमनिया देवी व कौशल्या देवी आदि से मिल कर […]
गढ़वा : गढ़वा प्रखंड के फ्लोराइड प्रभावित प्रतापपुर गांव में सोमवार को पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन व झामुमो के केंद्रीय सचिव विनोद पांडेय, मिथिलेश ठाकुर व डॉ शशिभूषण मेहता ने फ्लोराइड प्रभावित मौनाहा टोला पहुंच कर मौत से जूझ रही
राजपतिया देवी, फूलमनिया देवी व कौशल्या देवी आदि से मिल कर उनका हाल पूछा़ श्री सोरेन ने प्रतापपुर निवासी सह झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष फुजैल अहमद से प्रभावितों की सूची शीघ्र बना कर उन्हें सौंपने का निर्देश दिया़ इसके पूर्व मौनाहा टोला में एक जनसभा का भी आयोजन किया गया़ सभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रतापपुर की जनता के लिए आंदोलन कर रहे उनके कार्यकर्ताओं को एसपी व डीसी द्वारा पिटवाया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया़ जेल से जमानत होने के बाद भी एक साजिश के तहत उनके कार्यकर्ताओं को नहीं छोड़ा गया, यह न्यायालय की अवमानना है़
श्री सोरेन ने कहा कि एक ओर राज्य की जनता स्वच्छ पानी के अभाव में दम तोड़ रही है वहीं दूसरी ओर केंद्र व राज्य सरकार योगा कराने में मशगूल है़ योगा अमीरों और बड़े पेटवालों के लिए है, जो केंद्र व राज्य सरकार के पालतू हैं. हेमंत सोरेन ने कहा कि स्थानीय विधायक दूसरी बार चुन कर सदन में गये हैं.सदन में उन्हें सुनता हूं वे सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें ही करते है़ं
बच्चों का भविष्य दावं पर : चंद्रावती
सभा में स्थानीय लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये प्रभवित गांव की महिला चंद्रावती देवी ने कहा कि उनका जीवन तो अब समाप्त हो गया है. लेकिन उनके बच्चे का भविष्य दांव पर लगा हुआ है़ सरकार उन्हें स्वच्छ पानी नहीं उपलब्ध करा सकती, तो उन्हें मौत दे दे. वे सहर्ष स्वीकार कर लेंगी़ चंद्रावती ने कहा कि फ्लोराइड से उसने एक संतान को खो दिया है और अब और कुछ खोने की साहस नहीं है़
हमें दूसरे जगह बसा दें : मानो देवी
गांव की ही महिला मानो देवी ने कहा कि जब किसी अधिकारी को गांव आना होता है, तो उन्हें टैंकर से पानी मिलता है. फिर बंद कर दिया जाता है़ मानो ने कहा कि उन्हें साफ पानी पीने को नहीं मिल सकता, तो सरकार दूसरी जगह उन्हें बसा दे़
17 साल से कर रहे हैं आंदोलन : मोहन राम
मौनाहा गांव निवासी मोहन राम ने कहा कि फ्लोराइड से मुक्ति के लिए वर्ष 1999 से लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन इसमें अब तक उन्हें सफलता नहीं मिल सकी है और अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके है़ं
राज्यसभा सांसद करेंगे सहयोग
हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी वे सरकार में नहीं है. अगर होते तो आज से ही यहां काम लग जाता़ उन्होंने कहा कि झामुमो के राज्यसभा सांसद संजीव कुमार से उनकी बात हुई है. उन्होंने गांव के लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए अपना फंड देने का आश्वासन दिया है़ उनके फंड से गांव के लोगों की सहायता करेंगे़