डोभा का सच सामने लायेंगे
नगरऊंटारी : मनरेगा लूट का अड्डा बन गया है. जिले के भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र इस मामले में अव्वल है. डोभा निर्माण में बड़े पैमाने पर सरकारी राशि का बंदर बांट हुआ है. उक्त बातें पूर्व मंत्री सह झाविमो नेता रामचंद्र केसरी ने प्रेसवार्ता के दौरान चेचरिया स्थित अपने आवास सह कार्यालय में कही. उन्होंने कहा […]
नगरऊंटारी : मनरेगा लूट का अड्डा बन गया है. जिले के भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र इस मामले में अव्वल है. डोभा निर्माण में बड़े पैमाने पर सरकारी राशि का बंदर बांट हुआ है. उक्त बातें पूर्व मंत्री सह झाविमो नेता रामचंद्र केसरी ने प्रेसवार्ता के दौरान चेचरिया स्थित अपने आवास सह कार्यालय में कही. उन्होंने कहा कि रोजगार के अभाव में इस क्षेत्र से बड़े पैमाने पर मजदूरों का पलायन हो रहा है.
लगातार तीन साल से हो रहे सुखाड़ के चलते मजदूर सीमावर्ती उत्तर प्रदेश, बिहार में धनरोपनी के लिए पलायन कर रहे हैं. इस अनुमंडल में बड़ी संख्या में मजदूर दिल्ली, गुजरात, मुंबई जैसे प्रदेशों में रोजगार की खोज में पलायन कर रहे हैं.
जलसंरक्षण के लिए करोड़ों रुपये की लागत से बनवाया गया डोभा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में बहुत जगह जेसीबी का प्रयोग किया गया है. केसरी ने कहा कि 30गुणा30 के डोभा निर्माण में 7000 रुपये का खर्च आता है.
बाकी राशि जो बचता है, उसे अधिकारी, कर्मचारी व अभिकर्ता आपस में बांट लेते हैं. उन्होंने गम्हरिया व धुरकी में डोभा में डूबने से बच्चों की हुई मौत के मामले में सरकार से दो लाख का मुआवजा व आवास देने की मांग किया है. साथ ही डोभा निर्माण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. प्रेसवार्ता में नइम खलीफा, कृष्णा मिस्त्री, सीताराम सहित अन्य लोग उपस्थित थे.