15 अगस्त तक खुले में शौच से मुक्त होगा डंडा प्रखंड

गढ़वा : उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने खुले में शौच से मुक्त के रूप में चयनित प्रखंडों में चल रहे कार्यों की समीक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की़ उपायुक्त ने बैठक में शौचालय निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी प्रकट करते हुए निर्देश दिया कि यह अति महत्वपूर्ण योजना है, जिससे उस प्रखंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 6:34 AM
गढ़वा : उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने खुले में शौच से मुक्त के रूप में चयनित प्रखंडों में चल रहे कार्यों की समीक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की़ उपायुक्त ने बैठक में शौचालय निर्माण की धीमी गति पर नाराजगी प्रकट करते हुए निर्देश दिया कि यह अति महत्वपूर्ण योजना है, जिससे उस प्रखंड के सभी लोगों को लाभ होगा़, इसलिए इसमें किसी प्रकार की कोताही बरदाश्त नहीं की जायेगी़
उपायुक्त ने बताया कि जिले के मेराल, सगमा, विशुनपुरा, केतार, बरडीहा एवं डंडा प्रखंड को खुले में शौच से मुक्त प्रखंड बनाना है़ इनमें से डंडा प्रखंड को 15 अगस्त 2016 तक ओडीएफ कर दिया जायेगा़
उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस तिथि के बाद प्रखंड का कोई भी व्यक्ति खुले में शौच नहीं करे, यह सुनिश्चित करना होगा़ उन्होंने कहा कि जो शौचालय बन रहे हैं, वह गुणवत्तापूर्ण हो और उसका उपयोग लाभुक करें. इस पर ध्यान रखने की आवश्यकता है़
उपायुक्त ने बताया कि कांडी प्रखंड की महिला मुखियाओं ने भी ओडीएफ करने के लिए आवेदन दिया है़ इस संबंध में वहां के प्रखंड समन्वयक को निर्देश दिया गया है कि वे संबंधित गांव के जल सहिया के साथ इन पंचायतों का बेस लाइन सर्वे 31 जुलाई तक करके उसकी रिपोर्ट जमा करे़ं उसके बाद इसी साल संबंधित पंचायतों को भी ओडीएफ किया जायेगा़
इसी तरह बैठक में विशुनपुरा के बीडीओ को भी एक सप्ताह के अंदर बेस लाइन सर्वे करने का निर्देश दिया गया़ बैठक में उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने इस बात पर जोर दिया कि गांववार प्लान बनाकर उसे ओडीएफ करें, जब गांव ओडीएफ हो जायेगा, तो प्रखंड स्वत: ओडीएफ हो जायेगा़ बैठक में उपविकास आयुक्त जगतनारायण प्रसाद सहित सभी संबंधित प्रखंड के अधिकारी उपस्थित थे़

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