परिजनों ने किया हंगामा
एक्सपायर्ड स्लाइन चढ़ाने के बाद डाटा इंट्री अॉपरेटर बीमार थाना प्रभारी के पहुंचने पर शांत हुआ मामला अस्पताल में हालत बिगड़ती देख परेशानी में पड़ गये थे अधिकारी गढ़वा : पिछले पांच दिन से अनशन कर रहे हटाये गये कंप्यूटर ऑपरेटरों की हालत एक्सपायरी तिथि की स्लाइन चढ़ाने के कारण बिगड़ने के बाद उनका सदर […]
एक्सपायर्ड स्लाइन चढ़ाने के बाद डाटा इंट्री अॉपरेटर बीमार
थाना प्रभारी के पहुंचने पर शांत हुआ मामला
अस्पताल में हालत बिगड़ती देख परेशानी में पड़ गये थे अधिकारी
गढ़वा : पिछले पांच दिन से अनशन कर रहे हटाये गये कंप्यूटर ऑपरेटरों की हालत एक्सपायरी तिथि की स्लाइन चढ़ाने के कारण बिगड़ने के बाद उनका सदर अस्पताल में देर रात तक इलाज किया गया़ हालत सुधरने के बाद मध्य रात्रि में गंभीर रूप से बीमार सुभि कुमारी, पंकज कुमार, संजय मेहता व भरत कुमार को उनके घर भेज दिया गया़ वहीं अन्य अनशनकारी पूर्व की तरह आंदोलन पर डटे रहे़ शुक्रवार को उप विकास आयुक्त के लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त हुआ़
इधर गढ़वा सदर अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार कंप्यूटर ऑपरेटर के परिजनों व अन्य ग्रामीणों ने काफी हंगामा किया़ हंगामे की वजह से उप विकास आयुक्त जगत नारायण प्रसाद व जिला योजना पदाधिकारी अरुण कुमार द्विवेदी सहित चिकित्सकों को काफी नाराजगी झेलनी पड़ी़ बाद में गढ़वा थाना प्रभारी निरंजन कुमार के पहुंचने पर हंगामा समाप्त हुआ़
सरकारी वाहन से ऑपरेटरों को अस्पताल पहुंचाया : उल्लेखनीय है कि जिला परिषद द्वारा नियुक्त किये गये 31 कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी नियुक्ति रद्द किये जाने के विरोध में चार दिन से अनशन पर थे़
गुरुवार की शाम चिकित्सकों ने सबों के स्वास्थ्य की जांच की तथा उन्हें स्लाइन चढ़ाने को कहा़ इसके बाद अस्पताल से एक पेटी स्लाइन समाहरणालय स्थित अनशन स्थल पर लाया गया़ जिनको स्लाइन चढ़ाया गया, उनमें सुभि कुमारी, संजय मेहता, पंकज कुमार, सुनील कुमार देहाती, अमित कुमार, भरत राम व विजय ठाकुर शामिल हैं. स्लाइन चढ़ाने के दौरान ही इनमें से चार लोगों की हालत ज्यादा बिगड़ने लगी़ इसके बाद जब स्लाइन चेक किया गया, तो वह फरवरी 2016 में ही एक्सपायर हो गयी थी़
वहीं उसका निर्माण तिथि 2013 था. इस लापरवाही का पता चलते ही चिकित्सकों व अधिकारियों के होश उड़ गये़ उप विकास आयुक्त जगत नारायण प्रसाद ने अपने सरकारी वाहन से सभी गंभीर ऑपरेटर इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया. साथ ही बिना किसी सुरक्षा के स्वयं डीडीसी भी अकेले सदर अस्पताल में देर शाम तक डटे रहे़ इस दौरान उन्होंने बीमार ऑपरेटर के घर भी अपना वाहन भेजकर परिवारवालों को बुलाया़ परिजन जैसे ही अस्पताल पहुंचे, उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया, जिनको समझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी़
एक सितंबर से काम करेंगे ऑपरेटर
गुरुवार की शाम हुई घटना के बाद शुक्रवार को सभी ऑपरेटरों की वार्ता उप विकास आयुक्त के कार्यालय कक्ष में सामाजिक कार्यकर्ता सोनू सिंह की उपस्थिति में हुई. इसके बाद ऑपरेटरों को एक सितंबर से उनके पूर्व प्रखंडों में ही मनरेगा की राशि से बहाल किये जाने का लिखित पत्र दिया गया़ साथ ही वैसे ऑपरेटर जो समाहरणालय में कार्यरत थे, उन्हें समाहरणालय में ही अन्य विभागों में सामंजन करने का आश्वासन दिया गया़ इसके बाद अनशन समाप्त किया गया.
सीएस को दो दिन में जांच रिपोर्ट देने का निर्देश
उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने एक्सपायरी डेट का स्लाईन चढ़ाने के मामले को गंभीरता से लेते हुये सीएस टी हेंब्रम को दो दिनों के अंदर जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है़ इसको लेकर उपायुक्त ने सीएस को पत्र लिखकर इस मामले को गंभीरता से लेते हुये दोषी कर्मियों पर कार्रवाई करने कहा है़