स्वरवेद पाठ का समापान आज

रमकंडा. विहंगम योग के संस्थापक अनंत श्री सदगुरु सदाफल देव जी महाराज की जयंती पर रमकंडा प्रखंड मुख्यालय स्थित महुआधाम के समीप सत्संग भवन में विहंगम योग की इकाई ने रविवार को स्वर्वेद कथामृत का अखंड पाठ का आयोजन किया. कार्यक्रम की शुरुआत रविवार की सुबह चार बजे उपदेष्टा चंदेश्वर प्रसाद, आश्रम से पहुंचे मनोज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2016 8:21 AM

रमकंडा. विहंगम योग के संस्थापक अनंत श्री सदगुरु सदाफल देव जी महाराज की जयंती पर रमकंडा प्रखंड मुख्यालय स्थित महुआधाम के समीप सत्संग भवन में विहंगम योग की इकाई ने रविवार को स्वर्वेद कथामृत का अखंड पाठ का आयोजन किया.

कार्यक्रम की शुरुआत रविवार की सुबह चार बजे उपदेष्टा चंदेश्वर प्रसाद, आश्रम से पहुंचे मनोज राम, पूर्व प्रखंड प्रभारी सत्यनारायण बैठा, राजदेव तिवारी, प्रखंड प्रभारी प्रदीप रजक, युवा प्रभारी सतेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से झंडोतोलन कर किया. इसके बाद सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज के चरणों में पुष्प अर्पित की गयी और स्वर्वेद का अखंड पाठ की शुरुआत की गयी. इससे पहले मुख्य अतिथि के रूप में उपदेष्टा चंदेश्वर प्रसाद ने कहा कि हिमालय के शून्य शिखर आश्रम पर स्थित अपनी गुफा में सदगुरु सदाफल देव जी महाराज ने अपने 50 वर्ष की उम्र मेें लिखा था. उन्होंने कहा कि ऐसे सद्ग्रंथों में चार धाराएं होती है.

प्रखंड प्रभारी प्रदीप बैठा ने बताया कि स्वर्वेद के अखंड पाठ के बाद सोमवार की सुबह नौ बजे से हवन होगा. इस मौके पर सुरेंंद्र प्रसाद, सुनील पासवान, कमलेश कुमार, मुन्ना राम, राकेश तिवारी, मनीष कुमार, नंदलाल प्रसाद, पूर्व मुखिया लीलावती देवी, लालमुनि देवी, राधा देवी, चंद्रावती देवी सहित कई लोग थे.

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