कम बच्चों की उपस्थितिवाले 28 नव प्रावि बंद होंगे
बच्चों एवं पारा शिक्षकों को बगल के दूसरे विद्यालयों में सामंजन किया जायेगा राज्य सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा की गयी जांच में 20 से भी कम बच्चों की उपस्थिति मिली थी सर्वशिक्षा अभियान से खोले गये थे ये विद्यालय गढ़वा : सर्वशिक्षा अभियान से संचालित हो रहे गढ़वा जिले के 28 नवप्राथमिक […]
बच्चों एवं पारा शिक्षकों को बगल के दूसरे विद्यालयों में सामंजन किया जायेगा
राज्य सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा की गयी जांच में 20 से भी कम बच्चों की उपस्थिति मिली थी
सर्वशिक्षा अभियान से खोले गये थे ये विद्यालय
गढ़वा : सर्वशिक्षा अभियान से संचालित हो रहे गढ़वा जिले के 28 नवप्राथमिक विद्यालयों को बंद करने की अनुशंसा की गयी है़ इनमें पढ़नेवाले बच्चों एवं पारा शिक्षकों को बगल के विद्यालयों में सामंजन किया जायेगा़
यह कार्रवाई राज्य सरकार से मिले निर्देश के आलोक में शिक्षा विभाग द्वारा सर्वेक्षण कराने के बाद यह कदम उठाया गया है़ इसकी सहमति उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक में भी ले ली गयी है़ उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने सर्वशिक्षा अभियान से संचालित जिले के वैसे विद्यालयों का सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया था, जहां 20 से कम बच्चों की उपस्थिति हो रही थी़ इन विद्यालयों को बगल के विद्यालयों में सामंजन करने के निर्देश दिये गयेथे़ इसके आलोक में पूरे जिले में इसका सर्वेक्षण शिक्षा विभाग के कर्मियों की एक टीम बनाकर करायी गयी थी़
जो विद्यालय बंद होंगे
सर्वशिक्षा अभियान से संचालित जिन नवप्राथमिक विद्यालयों को बंद करते हुए बगल के विद्यालय में सामंजन करने अनुशंसा की गयी है, उनमें रमकंडा प्रखंड के बखाड़ टोला, बुढ़ीगम्हार, बेबरा, हरिजन टोला बिराजपुर, लहंगगोरिया, पंडरा पानी, भंडरिया प्रखंड के दादर उरांव टांड़, बाड़ीखजुरी, कुंभीकोना, राजा बांध, सालो, गढ़वा प्रखंड के भुइया टोली करमडीह, बिंद टोला सोनपुरवा,
मेराल प्रखंड के आमा टोली
हासनदाग, बघमनवा टोला
टिकुलडीहा, भुइया टोली पेशका, भवनाथपुर प्रखंड के सवनडी, अगरिया टोला चपरी, खरौंधी प्रखंड के ढिलवासोती, केतार प्रखंड के गमहरिया, अमरवा, विशुनपुरा के सोनडीहा, मझिआंव के पृथ्वीपुर साख, घुरूआकला, सगमा प्रखंड के जबराही, डंडई प्रखंड के खाड़ी टोला एवं रंका प्रखंड के खैराढ़ोहहा एवं दरमी टोला शामिल हैं.
विद्यालय भवन को दूसरे विभाग को सौंपा जायेगा
सर्वशिक्षा अभियान से इन नवप्राथमिक विद्यालयों में लाखों रुपये की लागत से भवन बनाये गये हैं. बच्चों एवं शिक्षकों को दूसरे विद्यालय में सामंजन करने के बाद इन विद्यालय भवन को भी दूसरे विभागों को सौंपा जा सकता है़ समिति द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार इन भवनों को आंगनबाड़ी केंद्रों, लोक शिक्षण केंद्र, पंचायत के कार्यों के लिये उन्हें हस्तांतरित किया जा सकता है़