गढ़वाः पिछले 17 दिन से झारखंड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ द्वारा जारी हड़ताल को विफल करने के लिए सरकारी प्रयास की निंदा की गयी. समाहरणालय परिसर में धरना पर बैठे नेताओं ने कहा कि रांची उपायुक्त विनय कुमार चौबे ने कुछ कर्मचारियों को बरगलाकर वार्ता के लिए बुलाया. लेकिन उनका यह प्रयास विफल साबित होगा. उन्होंने कहा कि सरकार की फूट डालों की नीति कर्मचारियों पर सफल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती है, तब तक वे एकजुट होकर अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार संघ के नेताओं को धमका कर हड़ताल समाप्त कराने की कोशिश कर रही है. इस अवसर पर कर्मचारी नेता वीरेंद्र कुमार सिंह, राजगृह राम, रमेंद्र सिन्हा, नंद गोपाल राम, कृष्णा राउत, लव कुमार मोची, गोपीचंद प्रसाद, उमाकांत पांडेय, प्रमोद कुमार, जुलियर गिद्धि, रामनाथ भगत, अनिल कुमार, मुकेश कुमार, बिरझु चौधरी, वीरेंद्र कुमार, गिरिंद्र राम, राजेश कच्छप, अनुकूलित कच्छप, अलखनारायण शुक्ल, टीएस पांडेय, प्रवीर चौबे, कुमार गौरव सहित कई लोग धरना पर बैठे हैं.