राज्य में नेतृत्वविहीन सरकार

राष्ट्रपति से वीरता पुरस्कार प्राप्त यूपी के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक गिरीशनंदन सिंह की प्रेस वार्ता गढ़वा : राष्ट्रपति द्वारा दो बार वीरता पुरस्कार से सस्मानित उत्तर प्रदेश के सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक गिरीशनंदन सिंह ने कहा कि झारखंड में नेतृत्वविहीन सरकार है़ खनिज संपदा से भरपूर होने के बावजूद यहां के लोग गरीब हैं. वहीं उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2016 9:07 AM
राष्ट्रपति से वीरता पुरस्कार प्राप्त यूपी के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक गिरीशनंदन सिंह की प्रेस वार्ता
गढ़वा : राष्ट्रपति द्वारा दो बार वीरता पुरस्कार से सस्मानित उत्तर प्रदेश के सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक गिरीशनंदन सिंह ने कहा कि झारखंड में नेतृत्वविहीन सरकार है़ खनिज संपदा से भरपूर होने के बावजूद यहां के लोग गरीब हैं. वहीं उन्होंने अपने पैतृक गांव समीपवर्ती राज्य बिहार के सेमरा में एक साजिश के तहत अपने भतीजे को फंसाने का आरोप लगाते हुए वहां के पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा की मांग की है़
रविवार को पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह के आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 1983 में जब वे डीएसपी के पद पर कार्यरत थे, तब उन्हें चंबल घाटी में डकैतों के विरुद्ध चलाये गये ऑपरेशन की कमान सौंपी गयी थी़ इसके सफलता के बाद उन्हें राष्ट्रपति ने वीरता पुरस्कार दिया. वर्ष 1985 में एएसपी के पद पर रहते हुए हमीरपुर में कुख्यात डकैती गिरोह का सफाया किया़ इसके बाद पुन: उन्हें राष्ट्रपति ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में वे सेवानिवृत्त हो गये़ उनका पैतृक घर गढ़वा से सटे समीपवर्ती राज्य बिहार के कैमूर जिला स्थित सेमरा गांव में है़
उन्होंने कहा कि अपराधियों ने वर्ष 1980 में उनके पिता विजय बहादुर सिंह और 1988 में उनके बड़े बजरंग सिंह की हत्या कर दी थी़ अब वैसे ही अपराधियों ने उनके भतीजा विनोद कुमार सिंह उर्फ मुन्नू सिंह को फर्जी मुकदमे में फंसा दिया है़ इसके लिए उन्होंने कैमूर के एसपी हरप्रीत कौर से सुरक्षा की मांग की है़ वर्तमान में वे लखनऊ में रहते हैं तथा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय हैं. उन्होंने झारखंड के वर्तमान सरकार के क्रियाकलाप पर असंतोष जताया़

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