नम आंखों से दी मां दुर्गा को विदाई
सभी पूजा पंडालों ने कर दिया मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन विजयादशमी की शाम में किया गया गढ़वा : गढ़वा जिले में शारदीय नवरात्र पूरी तरह उल्लास व भक्तिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो गया़ मंगलवार को विजयादशमी के अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी तथा पकवान का आनंद […]
सभी पूजा पंडालों ने कर दिया मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन
अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन विजयादशमी की शाम में किया गया
गढ़वा : गढ़वा जिले में शारदीय नवरात्र पूरी तरह उल्लास व भक्तिपूर्ण वातावरण में संपन्न हो गया़ मंगलवार को विजयादशमी के अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी तथा पकवान का आनंद लिया़ गढ़वा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी दुर्गा पूजा पूरी तरह उल्लास के साथ मनाया गया़
विदित हो कि सप्तमी तिथि तक दो दिन तक लगातार बारिश होने से श्रद्धालु काफी परेशानी महसूस कर रहे थे़ लेकिन अष्टमी तिथि के बाद आकाश साफ हो जाने से पूजा पंडालों में पूजा करने व दर्शन करने में लोगों को सुविधा हुई. सोमवार को शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि के दिन सभी पूजा पंडालों में सर्वाधिक भीड़ देखी गयी़ गढ़वा शहर में विभिन्न क्लब व संस्थाओं ने एक से बढ़ कर एक आकर्षक पंडाल बनाये थे़, जहां दर्शन व पूजा के लिए देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही थी़
विजयदशमी के दिन अधिकांश पूजा पंडालों से प्रतिमा का विसर्जन कर दिया गया था़, जबकि कई पंडालों से प्रतिमा का विसर्जन दूसरे दिन बुधवार को किया गया़ विसर्जन जुलूस में मां दुर्गा के भक्त गाजे-बाजे के साथ जय घोष करते हुए चल रहे थे़ विसर्जन जुलूस में महिलाएं व बच्चे भी काफी संख्या में मां को अंतिम विदाई देने के लिए शामिल थे़
मां गढ़देवी मंदिर से निकाले गये विसर्जन जुलूस में प्रतिमा को कंधा देने के लिए भक्तों को उत्साहित देखा गया़ परंपरागत रूप से मां गढ़देवी की प्रतिमा का विसर्जन स्थानीय रामबांध तालाब में किया गया़ जिला मुख्यालय स्थित पंडालों से अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन रामबांध तालाब में किया गया़ वहीं चिनिया रोड व कल्याणपुर, जाटा, जुटी, करमडीह आदि की प्रतिमाओं का विसर्जन दानरो नदी में किया गया़
दुर्गा पूजा एवं मुहर्रम दोनों साथ-साथ होने के कारण पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे़ बुधवार को मुहर्रम के ताजिये का पहलाम भी होने के कारण प्रतिमा का विसर्जन व ताजिये के पहलाम के लिए अलग-अलग समय निर्धारित कर लिया गया था़