बीडीओ सहित पांच पर दर्ज होगा केस

गढ़वा. मनरेगा में 13.62 लाख रुपये के गबन का आरोप गढ़वा : उपविकास आयुक्त जगतनारायण प्रसाद ने मझिआंव के पूर्व बीडीओ नितिन शिवम सहित पांच प्रखंडकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिये है़ं यह मामला मनरेगा के 13.62 लाख रुपये के गबन से संबंधित है़ इसमें मझिआंव प्रखंड के सोनपुरवा पंचायत में मनरेगा के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2016 7:35 AM

गढ़वा. मनरेगा में 13.62 लाख रुपये के गबन का आरोप

गढ़वा : उपविकास आयुक्त जगतनारायण प्रसाद ने मझिआंव के पूर्व बीडीओ नितिन शिवम सहित पांच प्रखंडकर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिये है़ं यह मामला मनरेगा के 13.62 लाख रुपये के गबन से संबंधित है़

इसमें मझिआंव प्रखंड के सोनपुरवा पंचायत में मनरेगा के तालाब, सड़क आदि निर्माण की फरजी एमआइएस इंट्री कर राशि का भुगतान किया गया था़ तत्कालीन बीडीओ नितिन शिवम, बीपीओ कुमार अनुराग, तत्कालीन कनीय अभियंता संजय पासवान, रोजगार सेवक आत्माराम एवं डाटा इंट्री ऑपरेटर सच्चिदानंद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिये गये है़ं वहीं, रिकवरी राशि 2.27 लाख रुपये जमा करने के बाद इस मामले से मझिआंव के सहायक सह नाजिर जीतेंद्र कुमार सिंह को अलग कर दिया गया है़

क्या है मामला : वित्तीय वर्ष 2015-16 में मझिआंव प्रखंड के सोनपुरवा पंचायत में कई फरजी योजनाओं को दिखा कर उसकी एमआइएस इंट्री करा दी गयी थी़ एमआइएस इंट्री के आधार पर 13.62 लाख रुपये का भुगतान मजदूर, मेठ, सप्लायर के खाते में कर दिया गया था़

बाद में ग्रामीणों की शिकायत पर जब इस मामले की जांच की गयी, तब पता चला कि यह योजना जमीन पर है ही नही़ इसके लिए बीडीओ, रोजगार सेवक, बीपीओ, कनीय अभियंता, नाजिर एवं डाटा इंट्री ऑपरेटर को दोषी माना गया़ जांच रिपोर्ट के आधार पर सभी छह लोगों को दोषी पाते हुए 2.27 लाख रुपये के हिसाब से राशि वसूली के लिए नोटिस निर्गत किया गया़ राशि जमा नहीं करने पर प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी दी गयी थी़ इसके बाद नाजिर जीतेंद्र ने उक्त राशि जमा कर दी़, जबकि अन्य ने जमा नहीं की़ डीडीसी ने वर्तमान बीडीओ को प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है.

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