राष्ट्रपति शासन में सिर्फ तबादला

गढ़वा : झारखंड विधानसभा को भंग कर चुनाव कराने की मांग को लेकर झाविमो ने गुरुवार को विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों पर धरना दिया. धरना के अंत में राष्ट्रपति के नाम बीडीओ के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया. गढ़वा प्रखंड मुख्यालय पर आयोजित धरना में विचार करते हुए पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:40 PM

गढ़वा : झारखंड विधानसभा को भंग कर चुनाव कराने की मांग को लेकर झाविमो ने गुरुवार को विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों पर धरना दिया. धरना के अंत में राष्ट्रपति के नाम बीडीओ के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया.

गढ़वा प्रखंड मुख्यालय पर आयोजित धरना में विचार करते हुए पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि राष्ट्रपति शासन के नाम पर कांग्रेस राज्य में सिर्फ स्थानांतरण व पदस्थापन का खेल रही है. कांग्रेस के संरक्षण में यहां लूट खसोट जारी है. आम जनता परेशान हैं.

उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भाजपा ने इस राज्य को लूटने का काम किया है. उन्होंने कहा कि पिछले चार महीने में राज्य की हालत बद से बदतर हो गयी है. विधि-व्यवस्था चरमरा गयी है. धरना में झाविमो नेता तनवीर आलम, मुखदेव चौबे, राजेंद्र ठाकुर, सिराज अंसारी, संजय तिवारी, विनोद चंद्रवंशी, एनामुल हक अंसारी, फिरोज खान, अरविंद धरदुबे, राजेश्वर बैठा आदि ने भी विचार व्यक्त किये.

धरना के दौरान पूर्व वार्ड सदस्य व राजद से जुड़े अरविंद सिंह व विनोद सिंह ने झाविमो की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान विनोद सिंह ने कहा कि राजद में मान-सम्मान नहीं मिलता था. इसके कारण झाविमो में शामिल हुए हैं. दोनों का सत्येंद्रनाथ तिवारी ने स्वागत किया.

रंकात्न झाविमो ने रंका प्रखंड मुख्यालय परिसर में भी धरना दिया. मोरचा नेता शिवशंकर राम, प्रखंड अध्यक्ष सूर्यनाथ राम, ओमप्रकाश दास, बंशी यादव, प्रेम पासी, असगर अंसारी, वीरेंद्र कुमार, सुधीर कुजूर, हरेंद्र कोरवा, शमीम अंसारी, अरवा बीबी सहित कई लोगों ने विचार व्यक्त किये.

मझिआंव : झाविमो ने भी मझिआंव में भी धरना दिया. धरना की अध्यक्षता पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष रामकेश शर्मा ने की. धरना के पश्चात राज्यपाल के नाम बीडीओ को पांच सूत्री ज्ञापन दिया गया. इस मौके पर आयोजित धरना सभा को झाविमो नेता ददन सिंह, शेषमणि सिंह, विजय कमलापुरी, बबलू सिंह आदि ने संबोधित किया.

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