नगरऊंटारी में बंद का असर नहीं रहा

नगरऊंटारी : सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन विधेयक झारखंड विधानसभा से पारित होने के विरोध में विपक्षी दलों द्वारा आहूत झारखंड बंद नगरऊंटारी अनुमडंल मुख्यालय में बेअसर रहा. पूर्व दिनों की तरह वाहनों का परिचालन जारी रहा. दुकान, विद्यालय, सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय खुले रहे. बंद को सफल बनाने के लिए भाकपा, भाकपा माले, माकपा, बसपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2016 7:43 AM
नगरऊंटारी : सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन विधेयक झारखंड विधानसभा से पारित होने के विरोध में विपक्षी दलों द्वारा आहूत झारखंड बंद नगरऊंटारी अनुमडंल मुख्यालय में बेअसर रहा. पूर्व दिनों की तरह वाहनों का परिचालन जारी रहा.
दुकान, विद्यालय, सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय खुले रहे. बंद को सफल बनाने के लिए भाकपा, भाकपा माले, माकपा, बसपा व झामुमो के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. भाकपा कार्यकर्ता जिला सचिव राजकुमार राम के नेतृत्व में रेलवे मैदान से जुलूस के रूप में सड़क पर निकले. कार्यकर्ता सीएनटी, एसपीटी संशोधन विधेयक वापस लेने लाठी गोली की सरकार नहीं चलेगी-नहीं चलेगी, रघुवर सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी-नहीं चलेगी सहित सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे.
जुलूस जैसे ही थाना के निकट पहुंचा. पुलिस ने भाकपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर थाना ले गयी. वहीं माले कार्यकर्ताओं को पुलिस भवनाथपुर मोड़ पर गिरफ्तार का थाना ले आयी. बंद को सफल बनाने के लिए भाकपा माले, माकपा, झामुमो के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे.
पुलिस ने 65 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया. गिरफ्तार प्रमुख लोगों में भाकपा के जिला सचिव राजकुमार राम, पूर्व जिला सचिव रामेश्वर प्रसाद अकेला, श्रीराम, रामनाथ उरांव, माकपा के जिला सचिव जेपी गुप्ता, बीरेंद्र कुमार, कांग्रेस के ईश्वरी चौधरी, छोटन चौधरी, बब्लू पासवान, झामुमो के जिला उपाध्यक्ष निर्मल पासवान, कन्हैया चौबे, सीता राम पासवान, देवेंद्र चौबे, भाकपा माले के कामेश्वर विश्वकर्मा, राजू विश्वकर्मा, हबीब अंसारी, बसपा के मुकेश कुमार सहित 65 लोगों का नाम शामिल हैं.

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