तीन दिन बाद गांव पहुंचा शव

रमकंडा : बिहार के गया-मुगलसराय रेलखंड पर जाखिम स्टेशन के पास ट्रेन हादसा में मौत हुए रमकंडा के तीन मजदूरों का क्षत-विक्षत शव तीन दिन बाद शनिवार की रात हरहे गांव पहुंचा़ शव के गांव में पहुंचते ही पूरी तरह मातम छा गया़ परिजनों के चित्कार से पूरा गांव गूंज उठा़ मृत विक्रम सिंह का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2017 12:44 AM
रमकंडा : बिहार के गया-मुगलसराय रेलखंड पर जाखिम स्टेशन के पास ट्रेन हादसा में मौत हुए रमकंडा के तीन मजदूरों का क्षत-विक्षत शव तीन दिन बाद शनिवार की रात हरहे गांव पहुंचा़
शव के गांव में पहुंचते ही पूरी तरह मातम छा गया़ परिजनों के चित्कार से पूरा गांव गूंज उठा़ मृत विक्रम सिंह का शव देखते ही उसकी पत्नी बेहोश हो गयी़ किसी तरह उसे होश में लाने का प्रयास किया जा रहा था़ तीनों मजदूरों के शव का रविवार को पंचायत के ढिबरी नदी के तट पर किया गया़ इस अवसर पर गांव के काफी संख्या में लोग उपस्थित थे़ साथ ही स्थानीय प्रतिनिधि भी पहुंचे हुए थे़ हरहे पंचायत के तीन मजदूरों की मौत की सूचना के बाद उपायुक्त के निर्देश पर रविवार को बीडीओ दयानंद प्रसाद जायसवाल ने मृतकों के घर जाकर परिजनों को 20-20 हजार रुपये का चेक प्रदान किया़ साथ ही परिजनों को शोक-सांत्वना दी़ इस मौके पर मुखिया श्रवण प्रसाद कमलापुरी सहित अन्य पंचायत प्रतिनिधि भी उपस्थित थे़
पारिवारिक लाभ योजना के तहत हरहे निवासी कामेश्वर सिंह की पत्नी लालमणि देवी एवं चपरी जोनहीखाड़ निवासी विक्रम सिंह की पत्नी को 20-20 हजार का सहायता राशि दी गयी़ जबकि मृत किरण सिंह के अविवाहित होने के कारण उसे पारिवारिक लाभ योजना का लाभ नहीं मिल सका़ बीडीओ ने कहा कि उसकी परिजनों को सरकारी लाभ के लिये जिला प्रशासन से पत्राचार किया जायेगा़ इधर मुखिया श्रवण प्रसाद कमलापुरी ने अपनी ओर से तीनों मजदूर के परिजनों को दो-दो हजार रुपये व 50-50 किलो चावल दाह संस्कार के लिए प्रदान किया़ इसके साथ ही जिप प्रतिनिधि दिनेश प्रसाद भी मृतक के आश्रितों को चावल प्रदान किये़ साथ ही दिवंगत आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन रखा गया़ इस अवसर पर नाजिर रामनाथ भगत, पंचायत सेवक सूर्यदेव सिंह, बीडीसी सुरेंद्र राम, सुदामा राम, पूरनमल विश्वकमा, दिनेश यादव, चंदेश्वर प्रसाद सहित काफी लोग उपस्थित थे़

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