ट्रांसफारमर शीघ्र चालू नहीं हुआ, तो अनशन

गढ़वा : गांव में ट्रांसफारमर जल जाने अथवा नया लगाने के लिए ग्रामीण उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के पास महीनों भाग दौड़ करना पड़ता है. अक्सर शिकायत आती है कि ट्रांसफारमर के लिए अधिकारियों की खुशामद से लेकर पैरवी व पैसा लगाना पड़ता है, तब जाकर कहीं उनको ट्रांसफारमर मिल पाता है. लेकिन मेराल प्रखंड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2017 9:38 AM
गढ़वा : गांव में ट्रांसफारमर जल जाने अथवा नया लगाने के लिए ग्रामीण उपभोक्ताओं को बिजली विभाग के पास महीनों भाग दौड़ करना पड़ता है. अक्सर शिकायत आती है कि ट्रांसफारमर के लिए अधिकारियों की खुशामद से लेकर पैरवी व पैसा लगाना पड़ता है, तब जाकर कहीं उनको ट्रांसफारमर मिल पाता है. लेकिन मेराल प्रखंड का छपरबार एक ऐसा गांव हैं, जहां बिजली विभाग का पिछले छह महीने से 63केवी का ट्रांसफारमर रखे-रखे खराब होने की स्थिति में आ गया है. इस गांव के लोगों की सहनशीलता देखिये कि वे पिछले नौ महीने से अंधकार में हैं और छह महीने से उनका ट्रांसफारमर रखा-रखा सड़ रहा है, लेकिन इसके बावजूद वे आजतक विभाग से इस ट्रांसफारमर को चढ़ाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. अब इस गांव के लोगों को इस ट्रांसफारमर को पोल पर चढ़वाने के लिए अनशन का सहारा लेना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने अनशन की चेतावनी दी : छपरबार गांव के ग्रामीणों का नौ महीने से अंधेरे में रहने के बाद अब सब्र का बांध टूटा है.ग्रामीण अपने ट्रांसफारमर चढ़वाने के लिए अनशन करेंगे. ग्रामीण भुनेश्वर राम, काशी राम, रंजीत कुमार , रामाधार राम, सुरेश राम, विरेंद्र राम, नंदकिशोर राम, अमित कुमार, संत कुमार, राजू कुमार, नागेंद्र राम आदि ने कहा कि नौ महीने से गांव में अंधकार रहने के कारण उनके बच्चे की पढ़ाई हो पा रही है और न ही उनकी सिंचाई. इसके लिये उन्होंने विभाग में विधायक से भी पैरवी करायी. लेकिन इसके बाद भी उनका ट्रांसफारमर नहीं चढ़ा. यदि दो-तीन दिनों के अंदर बिजली विभाग उनका ट्रांसफारमर नहीं चढ़ाया, तो वे इसके खिलाफ आमरण अनशन पर बैठने को विवश होंगे.

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