मनरेगा की जांच करने आयी टीम को दी धमकी

गढ़वा : मनरेगा कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण सह जनसुनवाई करने रांची से पहुंची एसआरटी के सदस्यों को बिचौलियों ने जान से मारने की धमकी दी है़ मनरेगा के कार्य में संलिप्त बिचौलियों ने उनसे कहा कि वे जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर लौट जायें, अन्यथा अंजाम बुरा होगा. इससे जांच टीम के सदस्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2017 8:42 AM
गढ़वा : मनरेगा कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण सह जनसुनवाई करने रांची से पहुंची एसआरटी के सदस्यों को बिचौलियों ने जान से मारने की धमकी दी है़ मनरेगा के कार्य में संलिप्त बिचौलियों ने उनसे कहा कि वे जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर लौट जायें, अन्यथा अंजाम बुरा होगा. इससे जांच टीम के सदस्य दहशत में है़ं टीम लीडर सह डीआरपी प्रवीण कुमार कर्ण ने इस बात को लेकर उपायुक्त को आवेदन दिया है और सुरक्षा की गुहार लगायी है़
उन्होंने जनसुनवाई स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा बल उपलब्ध कराने की मांग की है़ उल्लेखनीय है कि गढ़वा जिले के चयनित 26 पंचायतों में 15 मार्च से सामाजिक अंकेक्षण सह जनसुनवाई की जा रही है़ यह दो चरणों में हो रही है, जो 29 मार्च तक चलेगी़
सामाजिक अंकेक्षण में वर्ष 2015-16 के दौरान मनरेगा से किये गये कार्यों की जमीनी हकीकत की जांच की जा रही है़ जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी सामने आ रही है़ इस कारण इसमें संलिप्त बिचौलिये परेशान है़
टीम लीडर प्रवीण कुमार कर्ण ने बताया कि एसआरटी के 91 सदस्य जहां-जहां जांच करने जा रहे हैं, बिचौलिये भी वहां पहुंच जा रहे हैं. धमकी देकर उन्हें जांच से रोक रहे हैं और लौट जाने को कह रहे है़ं ऐसे में बिना सुरक्षा के काम करना कठिन हो रहा है़
91 सदस्यीय टीम कर रही है जांच
गढ़वा जिले में मनरेगा से साल 2015-16 में ली गयी योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण किया जा रहा है़ इसके लिए रांची से 91 एसआरटी युवकों की टीम गढ़वा पहुंची है़ यह टीम 26 पंचायतों में जाकर योजनाओं की जमीनी हकीकत देखेगी़ इसके बाद टीम कैग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी़ पहले चरण की जनसुनवाई 21 एवं दूसरे चरण की जनसुनवाई 29 मार्च को तय की गयी है़
टीम के सदस्यों को जांच के क्रम में पंचायत मुख्यालय में ही रात्रि विश्राम करना है़ इसके लिए प्रशासन की ओर से पंचायत भवन के अलावा अन्य सरकारी भवनों में उनके रहने व खाने की व्यवस्था की गयी है़
जांच टीम को सुरक्षा देना प्राथमिकता : डीसी
इस संबंध में उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने कहा कि फील्ड में होने के कारण आवेदन नहीं देख पायी हूं, लेकिन ऐसे गंभीर मामलों पर त्वरित कारवाई होगी. जांच टीम को सुरक्षा देना प्रशासन की पहली प्राथमिकता होगी़

Next Article

Exit mobile version