प्रकृति की पूजा है सरहुल : आलोक

भंडरिया के नौका में सरहुल पर्व सरना झंडे के साथ कलश यात्रा निकली भंडरिया : भंडरिया प्रखंड के नौका ग्राम स्थित परवन बाबा देवस्थल पर प्रकृति का पर्व सरहुल पूजा के मौके पर पूजा-अर्चना सह मेले का आयोजन किया गया. क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आये सरना धर्म के श्रद्धालुओं द्वारा नौका गांव स्थित डाड़ीकुआं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 31, 2017 7:42 AM
भंडरिया के नौका में सरहुल पर्व सरना झंडे के साथ कलश यात्रा निकली
भंडरिया : भंडरिया प्रखंड के नौका ग्राम स्थित परवन बाबा देवस्थल पर प्रकृति का पर्व सरहुल पूजा के मौके पर पूजा-अर्चना सह मेले का आयोजन किया गया. क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आये सरना धर्म के श्रद्धालुओं द्वारा नौका गांव स्थित डाड़ीकुआं से वैदिक मंत्रोचारण के बीच कलश में जल भर कर गाजे-बाजे के बीच सरना झंडे के साथ कलश यात्रा निकाली गयी.
कलश यात्रा डाड़ीकुआं से चल कर मुख्य पथ होते हुए परवन बाबा मंदिर तक गयी व मंदिर मे जलाभिषेक करने के बाद श्रद्धालुओं द्वारा विधिवत साल वृक्ष की पूजा-अर्चना की गयी. वहीं कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न 16 गांव से पहुंचे बैगा, पाहन, देवार को मुख्य अतिथि विधायक आलोक कुमार चौरसिया व भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश निरंजन सिन्हा द्वारा संयुक्त रूप से पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया. समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए अतिथि श्री चौरसिया ने सर्वप्रथम सरना पूजा की शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि सरना पूजा विशुद्ध रूप से प्रकृति की पूजा है. लोगों को प्रकृति से सीखने की जरूरत है. यह साक्षात भगवान के रूप हैं. वर्तमान परिवेश में हमें अपने संस्कृति व सभ्यता को बचाने के लिए प्रकृति को बचाना जरूरी है. अभिवादन के लिए जोहार शब्द का उपयोग से हमारी परंपरा झलकती है.
पूर्व जिलाध्यक्ष श्री सिन्हा ने कहा कि प्रकृति से जुड़ा पर्व होने के कारण यह त्योहार सरहुल पूरे विश्व में मनाया जाने लगा है. इतिहास गवाह है कि हमारे पूर्वज प्रकृति के बीच जंगल मे ही रहकर गुजर-बसर किया करते थे. उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति को संजोकर रखना होगा, तभी हमारी जिंदगी खुशहाल होगी़. कार्यक्रम को विधायक प्रतिनिधि युगल किशोर सिंह, मुखिया भीष्म चौरसिया, संजू चौरसिया, ठाकुर प्रसाद महतो, ओमप्रकाश तिवारी, वाल्टन डोडराय आदि ने भी संबोधित किया़ कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के संरक्षक अशोक कुमार गुप्ता, ब्रह्मदेव सिंह, विजय केसरी, रूप निरंजन सिन्हा, कुंवर सिंह, अध्यक्ष विनय सिंह, कोषाध्यक्ष बैजनाथ राम, राजेश कुमार वर्मा, अरविंद मुंडा आदि ने सक्रिय भूमिका निभायी़

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