दिन चढ़ते ही सड़कों पर सन्नाटा

गरमी. तापमान 42 डिग्री पार, लोगों की दिनचर्या बदली गढ़वा : गढ़वा में अप्रैल से ही प्रचंड गरमी पड़ रही है़ इस समय गढ़वा का अधिकतम तापमान 42 डिग्री व न्यृनतम 22 डिग्री सेल्सियस पर रह रहा है़ इसका असर जनजीवन पर पड़ा है़ लोग जो गरमी मई में झेलते थे, वह एक माह पूर्व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2017 7:26 AM
गरमी. तापमान 42 डिग्री पार, लोगों की दिनचर्या बदली
गढ़वा : गढ़वा में अप्रैल से ही प्रचंड गरमी पड़ रही है़ इस समय गढ़वा का अधिकतम तापमान 42 डिग्री व न्यृनतम 22 डिग्री सेल्सियस पर रह रहा है़ इसका असर जनजीवन पर पड़ा है़
लोग जो गरमी मई में झेलते थे, वह एक माह पूर्व से ही उन्हें झेलनी पड़ रही है़ इसके कारण वे इस बात से चिंतित हैं कि मई महीने में और भीषण गरमी उन्हें झेलना पड़ सकता है़ जिला मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों में सुबह नौ बजे से ही घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है़ कड़ी धूप व लू से लोगों को काफी सावधान होकर बाहर निकलना पड़ रहा है़
दोपहर में सड़क पर पूरी तरह सन्नाटा हो जाता है़ कड़ी धूप व लहर का असर जलस्त्रोतों पर भी पड़ चुका है़ जिले के कोयल, सोन, पंडा, तहले, कनहर जैसी नदियों को छोड़ कर बाकी सभी नदियों का अस्तित्व समाप्त हो चुका है़
इसके कारण गरमी के दिनों में नदियों पर आश्रित आबादी को पानी के लिए अभी से ही भटकना पड़ रहा है़ जिला मुख्यालय स्थित दानरो व सरस्वतिया दोनों ही नदियां सूख चुकी हैं. दानरो नदी के सूख जाने से इसका असर शहर में आपूर्ति होनेवाली पेयजल व्यवस्था पर पड़ता है़ यद्यपि अभीतक नदियों में बनाये गये कुएं से 80 हजार गैलन प्रतिदिन जल की आपूर्ति की जा रही है़ लेकिन लगातार कुएं का जलस्तर नीचे जाने के कारण पेयजल आपूर्ति व्यवस्था कुछ दिनों में प्रभावित हो सकती है़
गौरतलब है कि प्रत्येक साल गरमी के दिनों में गढ़वा शहर में यही स्थिति होती है़ एक तरफ जहां दानरो व सरस्वतिया नदी के सूख जाने से पेयजल आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित होती है, वहीं इसका प्रभाव डीप बोर व चापाकलों पर भी पड़ता है़ सभी डीप बोर एवं चापाकल मई महीने तक जवाब दे देते हैं. इसके कारण करीब डेढ़ महीने तक शहर के लोगों को टैंकर से पानी की आपूर्ति करनी पड़ती है़
इसमें शहर के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है़ मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक यद्यपि इस समय आंधी-तूफान से बीच-बीच में तापमान थोड़े देर के लिए नीचे आ सकता है, लेकिन अंतत: तापमान बढ़ने का सिलसिला जारी रहेगा़ इसी हिसाब से लोगों को अपनी जीवनशैली भी अपनानी होगी़

Next Article

Exit mobile version