उपाध्यक्ष पहले अपने गिरेबां में झांकें : पिंकी
उपाध्यक्ष के प्रेसवार्ता के विरुद्ध अध्यक्ष ने दिया जवाब नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के बीच पुन: जारी हुआ घमासान गढ़वा : गढ़वा नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर अध्यक्ष व अध्यक्ष पति के विरुद्ध लगाये गये आरोप के आलोक में अध्यक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है़ अध्यक्ष पिंकी केसरी […]
उपाध्यक्ष के प्रेसवार्ता के विरुद्ध अध्यक्ष ने दिया जवाब
नगर परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के बीच पुन: जारी हुआ घमासान
गढ़वा : गढ़वा नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर अध्यक्ष व अध्यक्ष पति के विरुद्ध लगाये गये आरोप के आलोक में अध्यक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है़ अध्यक्ष पिंकी केसरी ने कहा है कि उपाध्यक्ष अनिल पांडेय का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है़ इन दिनों लगता है कि वे पूरी तरह डिप्रेशन में चले गये हैं. इसलिए उन्हें तुरंत अपना इलाज करने की जरूरत है़ अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यदि उनके पास इलाज कराने में आर्थिक समस्या है, तो वे पैसा देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की शुरुआत दरअसल अनिल पांडेय ने ही की है़ जब वे पैसे की बदौलत उपाध्यक्ष पद को हाईजैक कर लिया़
इसके बाद शुरू से लेकर आजत क कभी भी विकास की बात करते नहीं दिखे़ सिर्फ अध्यक्ष व कार्यालयकर्मी पर आरोप मड़ते हुए नगर परिषद के विकास कार्यों में हमेशा रोड़ा अटकाने का काम किया़ उनकी ही देन है कि आज नीलांबर नगर भवन और बस पड़ाव का जीर्णोद्धार नहीं हो पाया है़ उन्होंने कहा कि उपाध्यक्ष इस बात से परेशान हैं कि उनका उपाध्यक्ष बनने में जो राशि खर्च हुई है, उसका रिटर्न नहीं मिल पाया है़ उन्होंने उपाध्यक्ष पर इसके पूर्व उनकी स्वयंसेवी संस्था विहान के माध्यम से भी राशि का गबन करने का आरोप लगाया़ श्रीमती केसरी ने कहा कि उनके त्यागपत्र देने की बात है, तो वे पैसे के बल पर उपाध्यक्ष बनें व्यक्ति के कहने पर त्यागपत्र नहीं दे सकती़ बल्कि जिस जनता ने उन्हें चुना है, वही उनसे त्यागपत्र मांग सकती है़ यदि नैतिकता की बात आती है, तो पहले उपाध्यक्ष को ही त्यागपत्र देना चाहिए, क्योंकि चार साल तक उन्होंने इस पद पर रहकर जनता का कोई काम नहीं किया़
क्या कहा था उपाध्यक्ष ने
उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने एक प्रेसवार्ता कर अध्यक्ष एवं उनके पति पर प्रधानमंत्री आवास योजना सहित नगर परिषद के सभी विकास योजनाओं में पैसे के लेन-देन करने का आरोप लगाया था़ साथ ही उन्होंने अध्यक्ष पति पर अध्यक्ष पद का हाईजेक करने व नगर परिषद के कार्य में दखलअंदाजी देते हुए इसे निजी प्रतिष्ठान की तरह चलाने का आरोप लगाया था़