लोगों ने कार्यालय में जड़ा ताला
गढ़वा : गढ़वा नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने गुरुवार को कार्यपालक पदाधिकारी खागो यादव के कार्यालय में ताला लगा दिया़ श्री पांडेय ने अपने मांगों पर कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में तालाबंदी करने की चेतावनी पूर्व में ही दी थी़ इसकी चेतावनी पहले ही दे रखी थी़ […]
गढ़वा : गढ़वा नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल पांडेय ने गुरुवार को कार्यपालक पदाधिकारी खागो यादव के कार्यालय में ताला लगा दिया़ श्री पांडेय ने अपने मांगों पर कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में तालाबंदी करने की चेतावनी पूर्व में ही दी थी़
इसकी चेतावनी पहले ही दे रखी थी़ इसके आलोक में अपने चेतावनी के अनुरूप श्री पांडेय गुरुवार को नगर परिषद में कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय के पास पहुंचकर कार्यालय में ताला बंद कर दिया और इसकी चाबी उपायुक्त कार्यालय में जमा कर दी़ श्री पांडेय के अपने समर्थकों के साथ नगर परिषद में तालाबंदी के लिए आते देखते ही कार्यपालक पदाधिकारी एवं कार्यालय के अन्य लोग पहले ही निकल चुके थे़ इसलिए श्री पांडेय के तालाबंदी का कहीं से भी विरोध अथवा बचाव का प्रयास नहीं हुआ़
क्या थी मांगें
श्री पांडेय ने अपने पत्रांक 25 दिनांक 9 मई 2017 के माध्यम से कार्यपालाक पदाधिकारी से सहिजना ज्योतिश्री के सामने नदी किनारे अवस्थित खराब पड़े डीप बोर के मोटर को बनवाकर गरमी में पानी संकट झेल रहे मुहल्ले के लोगों व अस्पताल परिसर में जलापूर्ति करने की मांग की थी़
इसके लिए उन्होंने 23 मई तक का समय दिया था़ लेकिन उनके पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में उन्होंने दो दिन पूर्व 23 मई को पुन: कार्यपालक पदाधिकारी को स्मार पत्र देने के साथ ही मीडिया के माध्यम से 72 घंटे के भीतर उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में ताला बंद करने को कहा था़ कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा इसके आलोक में कोई कार्रवाई नहीं करने की स्थिति में 25 मई को श्री पांडेय ने अपने चेतावनी के अनुरूप ताला बंद कर दिया़
नगर परिषद का औचित्य समाप्त हो गया : अनिल पांडेय
कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यालय में ताला बंद करने के पश्चात पत्रकारों से श्री पांडेय ने कहा कि एक तरफ शहर बूंद-बूंद पानी के लिये तरस रहा है, दूसरी ओर सहिजना ज्योतिश्री के सामने का डीप बोर का मोटर खराब पड़ा हुआ है़ उनके द्वारा पत्र लिखने के बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगता़ इस समय गर्मी चरम पर है़
जब जनता की परेशानी दूर ही नहीं होगी, तो फिर आखिर नगर परिषद का औचित्य ही क्या है़ उन्होंने कहा कि तालाबंदी के बाद अगर कोई कार्य प्रभावित होता है, तो इसकी सारी जवाबदेही कार्यपालक पदाधिकारी की है़