जो पैसे दे रहा, उसके घर के सामने लग रही है जलमीनार

जो पैसे दे रहा, उसके घर के सामने लग रही है जलमीनार

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2024 9:38 PM

डंडई प्रखंड क्षेत्र पचौर पंचायत के सूअरजंघा गांव में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा लगायी जा रही जलमीनार के लिए स्थल चयन मनमाने तरीके से करने का आरोप है. ग्रामीणों ने इसका जमकर विरोध किया है. ग्रामीण रीता देवी, निर्मला देवी, मनरेशी देवी, प्रेमनी देवी, फूलवंती देवी, शारदा देवी, मनोज भुइयां, विनोद भुइयां व नीरज भुइयां सहित अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि संवेदक जलमीनार लगाने के नाम पर 15 से 20 हजार रुपये की मांग कर रहा है. जो व्यक्ति पैसा देने के लिए राजी हो रहा है, उसके घर के पास जल मीनार लगाया जा रहा है तथा उसके घर के अंदर आंगन के निजी बोर में समरसेबल सेट कर जलमीनार लगायी जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक को चौक चौराहा और सरकारी चापाकल के बोर से कोई मतलब नहीं है. वह सरकारी चापानल के बोर में समरसेबल मशीन सेट कर जल मीनार लगाने के बजाय किसी व्यक्ति के निजी घर के बोर में समरसेबल मशीन सेट कर रहा है. तथा दरवाजे पर जल मीनार का निर्माण कराया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि यह गांव आदिम जनजाति बहुल है. गांव में अवधेश प्रजापति के घर के पास पीसीसी सड़क का अतिक्रमण कर संकीर्ण जगह में जलमीनार लग रही है. इसका वे पुरजोर विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक के साइट इंचार्ज शुभम जायसवाल गांव-टोला में घूम-घूम कर जलमीनार लगाने के नाम पर 15 से 20 हजार रुपये की मांग कर रहा है. जो व्यक्ति रकम थमाता है उसके ही दरवाजे पर जल मीनार लगायी जाती है.

चौक-चौराहों पर नहीं लग रही जलमीनार : ग्रामीणों ने कहा कि चौक चौराहों पर जहां जलमीनार की जरूरत है. पर वहां जलमीनार नहीं लग रही है.ग्रामीणों के विरोध के बाद मुखिया प्रतिनिधि कृष्णकांत सिंह जलमीनार निर्माण स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कार्यस्थल पर मौजूद संवेदक के साइट इंचार्ज शुभम जायसवाल को तत्काल काम पर रोक लगाने का निर्देश दिया. लेकिन संवेदक ने अपना काम जारी रखा. उन्होंने बताया कि कार्य रोकने के बाद भी संवेदक ने मनमाने तरीके से जलमीनार लगायी, तो वरीय पदाधिकारी से इसकी शिकायत कर उक्त जलमीनार को दूसरे जगह लगाने की मांग करेंगे.

संवेदक पर होगा एफआइआर : मामले में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के एसडीओ शहनवाज आलम ने बताया कि निजी बोर में जलमीनार नहीं लगाना है. यदि ऐसा हुआ है, तो संवेदक पर एफआइआर दर्ज होगा. साथ ही वहां से हटा कर सरकारी बोर में जलमीनार लगवायी जायेगी.

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